नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी में बीते महीने 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले पर हर भारतीय का खून खौल रहा है। सरकार से सभी एक ही मांग कर रहे हैं पड़ोसी देश पाकिस्तान को आतंकी हमले का करारा जवाब दिया जाए। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी केन्द्र सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने तो यहां तक मांग कर डाली है कि इस बार पाकिस्तान को घुसकर मारो मत, घरों में ही घुसकर बैठ जाओ।
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने एक बातचीत के दौरान के कहा कि हम आतंकवाद को रोकना चाहते हैं और सभी दलों ने सर्वदलीय बैठक में कहा है कि वह सरकार के साथ हैं। देश की जनता को उम्मीद है कि सरकार सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट से ज्यादा मजबूत कदम उठाएगी। उन्होंने 2019 के पठानकोट हमले और एयरस्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि इस बार उनके (पाकिस्तान के) घर में घुसकर मारो मत, उनके घर में घुसकर बैठ जाओ। असदुद्दीन ओवैसी ने 2019 के पठानकोट हमले के बाद हुई एयरस्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि तब हमारे पास मौका था। हम लॉन्चिंग पैड या उस जमीन पर कब्जा कर लेते, जहां से आतंकी हमारे देश में आते हैं।
हमें उनके घरों में घुसकर बैठ जाना चाहिए
एआईएमआईएम प्रमुख ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार से कहना चाहता हूं कि इस बार अगर हम उनके घर में घुसेंगे तो हमको वहां बैठ जाना चाहिए। उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर एक सवाल पर कहा कि वह भारत का हिस्सा है और यह संसद का संकल्प है। पीओके देश का अभिन्न अंग है। इससे कोई भी इनकार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो हुआ, पाकिस्तान के प्रायोजित आतंकियों ने हमारे देश के नागरिकों को मारा। हम इसका जवाब देंगे। ओवैसी ने कहा कि उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा हमले के बाद हुए बालाकोट हमले ने मोदी सरकार से देश की जनता की उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
पाकिस्तान में तानाशाही
उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच अंतर बताते हुए कहा कि यहां अभी भी लोकतंत्र है, पाकिस्तान में तानाशाही है। पाकिस्तान में सेना के साथ मिलकर पांच-छह परिवार पूरे देश को कंट्रोल करते हैं। पाकिस्तान के नेता इस्लाम के नाम पर वहां की जनता को बांट चुके हैं। आप (पाकिस्तान की जनता) खुद को और भारत को देखिए। आज भारत किस जगह पर खड़ा है और आप किस गड्ढे में खड़े हैं।