भोपाल। विरासत से विकास और जनजातीय नायकों को सम्मान देने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और राज्य शासन कृत संकल्पित है। ऐसा इसलिए भी माना जा रहा है कि सीएम मोहन ने इंदौर के राजवाड़ा में कैबिनेट बैठक करने के बाद अब कल यानि मंगलवार को मप्र के हिल स्टेशन पचमंढ़ी में मंत्रि परिषद की बैठक करने जा रहे हैं। राजभवन में होने वाली इस बैठक का उद्देश्य रहेगा पचमढ़ी में विकास को रफ्तार देना।
राजा भभूत सिंह के शौर्य को समर्पित होगी केबिनेट
कैबिनेट की बैठक विशेष रूप से जनजातीय समाज और शौर्य पराक्रम के प्रतीक रहे राजा भभूत सिंह की स्मृति को समर्पित होगी, जिनकी ऐतिहासिक भूमिका को कैबिनेट की बैठक के दौरान पुन: स्मरण किया जाएगा। पचमढ़ी गोंड शासक राजा भभूत सिंह के ऐतिहासिक योगदान को समेटे हुए है। उन्होंने इस पहाड़ी भूभाग का उपयोग शासन संचालन, सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा के लिए किया।
शानदार विरासत पचमढ़ी
पचमढ़ी भगवान भोलेनाथ की नगरी के रूप में भी प्रसिद्ध है। पचमढ़ी की धूपगढ़ चोटी समुद्र तल से लगभग 1,350 मीटर (4,429 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है। यह स्थल सतपुड़ा पर्वतमाला का प्रमुख आकर्षण है। धूपगढ़ से दिखाई देने वाला सूर्योदय और सूर्यास्त न केवल पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करता है, बल्कि यह स्थल गोंड साम्राज्य की रणनीतिक शक्ति और प्राकृतिक संरक्षण दृष्टिकोण को भी दशार्ता है।
पचमढ़ी मध्यप्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन भी है। मंत्रि-परिषद की बैठक का आयोजन प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह पचमढ़ी की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत को सम्मानित करने का अवसर है।