नई दिल्ली। लोकसभा में आपरेशन सिंदूर पर हो रही बहस में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भाग लिया। चर्चा के दौरान अमित शाह ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और उनकी सरकारों में हुई गलतियों को एक-एक कर याद दिलाई। इस दौरान शाह ने कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के भी उस सवाल का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने पहलगाम हमले को लेकर सबूत मांगे थे। साथ ही तीखा हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि चिदंबरम का बयान पूरी दुनिया के सामने अपने पाक प्रेम का बखान कर रहे हैं।
पी चिदंबरम की डिमांड पर गृह मंत्री शाह ने कहा, आतंकी कहां से आए, कहां गए, ये जिम्मेदारी किसकी है? ये हमारी ही जिम्मेदारी है। जब आपकी सरकार थी, तब किसकी जिम्मेदारी थी? चिदंबरम ने सवाल उठाया कि आतंकी पाकिस्तान से आए, इसका सबूत कहां है? शाह ने कहा, चिदंबरम जी को कहना चाहता हूं कि हमारे पास सबूत है कि तीनों पाकिस्तानी थे। दो के तो पाकिस्तान के वोटर होने की बात मौजूद है। इनके पास जो चॉकलेट मिलीं, वो भी पाकिस्तान मेड हैं। उन्होंने कहा कि इस देश का पूर्व गृह मंत्री देश के सामने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहा है। वे पाकिस्तानी नहीं थे, ये कहकर चिदंबरम कह रहे हैं कि जब वे पाकिस्तान के नहीं थे तो उन पर हमला क्यों किया। पाकिस्तान को बचाने का षड्यंत्र देश के 130 करोड़ लोग जान गए हैं।
कांग्रेस का ब्लंडर था सिंधु जल संधि
वहीं कांग्रेस को उसकी गलतियों को याद दिलाते हुए लोकसभा में शाह ने कहा, 22 अप्रैल को पहलगाम हमला हुआ। 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए। मैं रात में ही श्रीनगर निकल गया। पीएम मोदी ने 23 अप्रैल को सीसीएस की मीटिंग की। कांग्रेस का ब्लंडर था सिंधु जल संधि। हमने इसे सस्पेंड किया। पाक नागरिकों के वीजा सस्पेंड कर उन्हें भेजने का काम किया। सीसीएस ने संकल्प लिया कि जहां आतंकी छिपे हैं, सुरक्षा बल उन्हें उचित जवाब देगी।
आपरेशन महादेव में तीन आतंकी हुए ढेर
इससे पहले शाह ने आॅपरेशन महादेव को लेकर भी बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा, कल (28 जुलाई) को आॅपरेशन महादेव में सुलेमान, फैजल अफगान और जिब्रान तीन आतंकी एक संयुक्त अभियान में मारे गए। सुलेमान लश्कर का कमांडर था। इसके ढेरों सबूत हैं। अफगान और जिब्रान ए श्रेणी के आतंकी थे। ये तीनों पहलगाम हमले के आतंकी थे और तीनों मारे गए।