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पड़ोसी को रक्षामंत्री की दो टूक चेतावनी: यह नया भारत, मारता है घर में घुसकर, कहा- दोस्ताना संबंध रखता तो हम देते इससे भी बड़ा पैकेज

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श्रीनगर। पड़ोसी देश पाकिस्तान लंबे समय से अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है। आलम यह है कि देश की जनता पाई-पाई और खाने के लिए मोहताज है। इस बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को खूब खरी-खरी सुनाई है। दक्षिण कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पड़ोसी देश पाकिस्तान भारत से दोस्ताना रिश्ता रखा हो तो आज उसे ऐसे हालातों का सामना नहीं करना पड़ता। भारत उसे आईएमएफ से मांगी गई आर्थिक मदद से बड़ा रात पैकेज दे देता।

रक्षा मंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। कश्मीर में दहशतगर्दी के पीछे हमेशा पाकिस्तान का हाथ मिला है। वह नहीं चाहता कि जम्मू-कश्मीर में जम्हूरियत मजबूत हो, लेकिन दहशतगर्दी का उसका कारोबार लंबा नहीं चलने वाला। राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014-15 में जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए जिस विशेष पैकेज की घोषणा की थी, वह अब बढ़कर 90,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। जितनी रकम के लिए पूरा पाकिस्तान आईएमएफ के सामने मिन्नतें कर रहा था, उससे कहीं ज्यादा रकम जम्मू-कश्मीर के लिए हमारी सरकार ने दी है।

पाकिस्तान आर्थिक सहायता का करता है गलत इस्तेमाल
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा, सरहद के पार बैठकर हिंदुस्तान को नुकसान पहुंचाने का मंसूबा पालने वालों को मैं साफ-साफ बता देना चाहता हूं कि अगर भारत में कोई बड़ी आतंकी वारदात हुई, तो दहशतगर्द जहां बैठे हैं, वहीं मारे जाएंगे। पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए कि यह नया हिंदुस्तान है। दहशतगर्दी के खिलाफ हम सरहद के उस पार जाकर भी कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं। राजनाथ ने कहा कि हिंदुस्तान की हर सरकार ने पाकिस्तान को समझाया है कि अपनी जमीन पर चलने वाले प्रशिक्षण कैंद बंद करे, मगर वह आज भी बाज नहीं आ रहा है। राजनाथ ने कहा, हम जम्मू-कश्मीर की तरक्की और यहां के लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए पैसे खर्च करते हैं। लेकिन पाकिस्तान आर्थिक सहायता का गलत इस्तेमाल करता है। वह अपनी धरती पर आतंकवाद की फैक्टरी चलाने के लिए दूसरे देशों से धन मांगता है।

यह चुनाव नहीं, जम्हूरियत की ताकत का प्रदर्शन
राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का यह चुनाव कोई आम चुनाव नहीं है। यह हिंदुस्तान की जम्हूरियत की ताकत और उसकी मजबूती का प्रदर्शन है। यह आपकी जम्हूरी हक का सम्मान है। जब घाटी में इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत बहाल करने का अटल बिहारी वाजपेयी का सपना साकार होगा तो कश्मीर फिर से धरती का स्वर्ग बन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ आतंकवाद को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने वाला पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग पड़ गया है। उसके विश्वस्त सहयोगी भी पीछे हट गए हैं। यहां तक कि पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्किये ने भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का जिक्र नहीं किया।

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