हांगझोऊ। चीन के हांगझोऊ में खेले गए महिला हॉकी एशिया कप के फाइनल में भारत को निराशा हाथ लगी है। महिला भारतीय टीम को चीन के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के साथ चीन जहां 2026 महिला हॉकी विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर गया है। वहीं भारतीय टीम हॉकी विश्व कप में सीधा स्थान पाने से चूक गई।
भारत ने फाइनल में पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के जरिए बढ़त बनाकर शानदार शुरूआत की, जिसे अनुभवी फॉरवर्ड नवनीत कौर (1′) ने एक जबरदस्त गोल में बदल दिया। लेकिन इसके बाद भारतीय टीम गोल के लिए संघर्ष करती रही। चीन की तरफ से कप्तान ओउ जिक्सिया (21वें मिनट), ली होंग (40वें मिनट), जू मीरॉन्ग (51वें मिनट) और झोंग जियाकी (53वें मिनट) के गोल किया।
पहले हॉफ में चीन ने किए जोरदार हमले
एक गोल से पिछड़ने के बाद चीन ने अपनी गति बढ़ा दी और पहले हाफ में जोरदार हमले किए। चौथे मिनट में, उन्हें अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे सुनीता टोप्पो ने गोललाइन ब्लॉक करके रोका, और फिर गोलकीपर बिचु देवी ने एक और गोल बचा लिया। 15वें मिनट में, चीन को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार वे भारत के पहले रशर को चकमा नहीं दे पाए।
ब्रेक तक बराबरी पर थीं दोनों टीमें
दूसरे क्वार्टर में भी यही सिलसिला जारी रहा, जहां चीन ने 17वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, जिसे बिचू देवी ने बचा लिया, जिन्होंने 20वें मिनट में ओपन प्ले में एक और शानदार ब्लॉक लगाया। चीन को 21वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार कप्तान ओउ जिक्सिया (21वें मिनट) ने इसे गोल में बदलकर बराबरी कर ली। दोनों टीमें ब्रेक तक बराबरी पर थीं।
पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदल पाई टीम इंडिया
भारत ने तीसरे क्वार्टर की शुरूआत मजबूती से की और चीन को उसके ही हाफ तक सीमित रखा और बढ़त बनाने की कोशिश में लगातार सर्कल में घुसते रहे। 40वें मिनट में भारत को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वे इसे गोल में नहीं बदल पाए, जिससे गेंद चीन को मिल गई और उन्होंने तुरंत पलटवार करते हुए भारत को चौंका दिया। ली होंग (40वें मिनट) में गोल दागा। चौथे क्वार्टर में चीन ने क्रमश: 51वें और 53वें मिनट में दो तेज गोल मारते हुए खिताब पर अपना कब्जा जमा लिया।