मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के एक कॉलेज में एनुअल फेस्ट के दौरान कपडे बदल रही छात्राओं का वीडियो बनाने का शर्मनाक मामला सामने आया है।
खास बात यह है कि इस घटना को अंजाम देने का आरोप भाजपा की स्टूडेंट विंग ABVP (अखिल भरतीय विद्यार्थी परिषद) के छात्र नेताओं पर लगा है।
आरोपी छात्रों की यह पूरी हरकत कॉलेज में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई, जिसके सामने आने के बाद पुलिस ने नगर मंत्री समेत 3 आरोपी छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक छात्र फरार बताया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार आरोपियों की पहचान 22 वर्षीय उमेश जोशी (नगर मंत्री, ABVP), निवासी-प्रेमपुरिया, 21 वर्षीय अजय गौड़ (सह-महाविद्यालय प्रमुख, ABVP) निवासी- ग्राम कंवला नगर और 20 वर्षीय हिमांशु बैरागी (ABVP कार्यकर्ता) निवासी- ग्राम सानड़ा के रूप में हुई है। मामले को लेकर कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI हमलावर है और उसने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना मंगलवार को मंदसौर जिले के भानपुरा में स्थित महाराजा यशवंत राव होलकर शासकीय महाविद्यालय में आयोजित युवा उत्सव कार्यक्रम के दौरान उस वक्त हुई, जब कॉलेज फेस्ट के लिए तैयार हो रही छात्राओं ने रोशनदान में संदिग्ध गतिविधियां होते हुए देखीं। इस दौरान उन्हें किसी के द्वारा फोटो लेने का आभास हुआ, जिसके बाद उन्होंने कॉलेज प्राचार्य डॉ. प्रीति पंचोली के पास जाकर इस घटना के बारे में बताया।
प्राचार्य ने मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना वाली जगह के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जांचने के निर्देश दिए। फुटेज में चार लड़के रोशनदान के पास दिखे, जो एक-दूसरे के कंधे पर चढ़कर संदिग्ध हरकत करते नजर आए। इसके बाद डॉ. पंचोली ने चारों छात्रों के खिलाफ भानपुरा पुलिस को लिखित शिकायत कर दी। पुलिस ने भी अपने स्तर पर जांच करने के बाद इस मामले को लेकर ABVP से जुड़े चारों लड़कों के खिलाफ ना केवल केस दर्ज कर लिया, बल्कि उनमें से तीन छात्रों को गिरफ्तार भी कर लिया, जबकि एक अन्य छात्र फिलहाल फरार है।
छात्राओं से मिली शिकायत के बाद जब कॉलेज प्रशासन ने परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो उसमें चार लड़के एक कमरे के बाहर से जाते हुए दिखाई दिए, इसके बाद उनमें से दो लड़कों ने पहले एक को गोद में उठाकर और फिर कंधे पर बैठाकर खिड़की से तांकझांक की और मोबाइल से कुछ रिकॉर्ड किया। फिर चारों छात्र वहां से साथ में बाहर निकलते हुए भी दिखाई दिए, यह पूरी घटना कॉलेज कैंपस में लगे सीसीटीवी पर कैद हो गई। इसके बाद प्राचार्य ने पुलिस को शिकायत की।
उधर कांग्रेस की छात्र इकाई (भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन) ने इस घटना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है, साथ ही ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए संगठन के जिलाध्यक्ष ऋतिक पटेल ने कहा, ‘एबीवीपी का चाल, चरित्र और चेहरा एकबार फिर सामने आ गया है। शिक्षा के मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर ऐसी हरकतें बेहद निंदनीय हैं। यदि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो एनएसयूआई उग्र आंदोलन करेगी।’
दूसरी तरफ इस मामले को लेकर ABVP के जिला संयोजक चंद्रराजसिंह पंवार ने कहा कि संगठन ने जिला समिति स्तर पर जांच बैठाई है। उन्होंने कहा कि जिस कमरे में घटना का होना बताया जा रहा है, वह लंबे समय से बंद था। प्राचार्य और थाना प्रभारी से चर्चा की गई है, रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
उधर घटना की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी रमेशचंद डांगी ने बताया कि तीनों आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें बाउंड ओवर कर उपजेल गरोठ भेजा गया है। चौथे आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस ने इस मामले में जांच जारी होने की बात कही है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि यदि उनके द्वारा लिए गए वीडियो या फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते, तो छात्राओं की निजी जिंदगी पर गंभीर असर पड़ सकता था।