पहलगाम। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को कायराना आतंकी हमला हुआ, जिससे बाद पूरे देश में आक्रोश है। बायसरन घाटी पर आतंकियों ने टूरिस्टों पर धुंआंधार फायरिंग की। जिसमें 28 लोगों की मौत हुई है, जबकि कई घायल हुए हैं। जो अस्पतालों में भर्ती हैं। इस आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी की भी जान चली गई है। उनका शव कल मंगलवार देर रात कानपुर स्थित उनके गांव पहुंच गया है। शुभम की शादी फरवरी में ही हुई थी। उन्होंने ऐशन्या के साथ 7 फेरे लिए थे। शुभम पत्नी के साथ पहलगाम हनीमून मनाने गए थे। जहां वह दहशतगर्दों का निशाना बन गए।
कानपुर पहुंचने के बाद शुभम की पत्नी एशान्या पहली बार मीडिया के सामने आईं और उन्होंने पूरे घटनाक्रम को विस्तार से बताया। उन्होंने मीडिया को रुंधे गले से बताया कि हम लोग हंसी-खुशी बैठे थे और एक-दूसरे से बात कर रहे थे। तभी कुछ लोग बंदूक लेकर आए और शुभम से पूछा-हिंदू हो या मुसलमान। पहले तो हम कुछ समझ नहीं पाए फिर उन्होंने दोबारा पूछा, और जैसे ही शुभम ने कहा हिंदू हूं, तो तुरंत गोली से मार दिया।सबसे पहले आतंकी हमारे ही पास आए थे और पहली गोली शुभम को ही मारी थी।
यह बोले शुभम के पिता
इधर, शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा – ‘मेरा बेटा, उसकी पत्नी और साली ‘मिनी स्विटजरलैंड’ नामक जगह पर गए थे, जो काफी ऊंचाई पर है, और हम उस जगह से 7 किलोमीटर पहले एक रेस्टोरेंट में रुके थे। जब आतंकवादी शुभम के पास आए तो वे कुछ नाश्ता कर रहे थे। उन्होंने पूछा कि तुम हिंदू हो या मुसलमान, और उसके बाद उन्होंने मेरे बेटे के सिर में गोली मार दी। मेरी बहू ने उनसे कहा कि उसे भी मार दो, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने उससे कहा कि हम तुम्हें इसलिए जिंदा छोड़ रहे हैं ताकि तुम मोदी को यह सब बता सको। संजय द्विवेदी ने कहा कि ये दो टके के आतंकवादी हमारी सरकार को खुली चुनौती देकर चले गए। इन्हें ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि सात पुश्तें याद रखें। मेरे बेटे को गोली मारने के बाद मेरी बहू से उन्होंने कहा -‘मोदी को जाकर बता देना, तुझे नहीं मार रहे हैं।’
मुझे गृहमंत्री अमित शाह से पूरी उम्मीद
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने बताया कि जब वे कश्मीर गए थे, तो वहां गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उन्होंने कहा मैंने उनसे बोला है मेरा बेटा तो चला गया, लेकिन किसी और का बेटा ना जाए। आतंकवादियों को ऐसा सबक दीजिए कि पूरी दुनिया को लगे कि भारत की सरकार कमजोर नहीं है। गृहमंत्री ने मुझसे कहा -आपको सब दिखाई देगा। शुभम के पिता संजय ने यह भी बताया कि जब वह उस जगह पर पहुंचे थे, जहां शुभम की हत्या हुई, तो उन्हें कहीं भी सुरक्षा बल नहीं दिखे। मुझे सरकार पर भरोसा है कि आतंकवादियों को सजा जरूर मिलेगी।
मंत्री ने कंधा देकर घर तक पहुंचाया शव
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले कानपुर के शुभम द्विवेदी का शव मंगलवार देर रात कानपुर स्थित उनके गांव रवाना किया। जैसे ही शुभम का शव घर पहुंचा, मातम और चीत्कार मच गया। हर आंख नम थी, और हर दिल दुख से भारी। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और मंत्री योगेश शुक्ला ने शुभम के शव को खुद कांधा देकर एंबुलेंस से घर तक पहुंचाया। शुभम को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बुधवार सुबह गांव पहुंचे। इससे पहले लखनऊ एयरपोर्ट पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने शुभम के पिता से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि शुभम की मृत्यु का बदला भारत अवश्य लेगा। उन्होंने कहा कि आपकी वेदना हम सभी की वेदना है, शुभम आपका पुत्र ही नहीं बल्कि भारत का बेटा है, प्रदेश का बेटा है, आतंकवादियों को ऐसी मौत मिलेगी की उनकी रूह कांप जाएगी।