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भाई दूज: मप्र में बंदी भाइयों को तिलक लगाने के लिए जेल पहुंचीं बहनें, निर्धारित था मुलाकात का समय

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भोपाल। मध्य प्रदेश में भाई दूज का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। बहनें भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनके स्वस्थ रहने और सुखमय जीवन की कामना कर रही हैं। विभिन्न जेलों में बंद बंदियों की बहनें भी जेल पहुंचीं और अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाया। इस मौके पर प्रशासन की ओर से भी खास इंतजाम किए गए।

भोपाल से लेकर छोटे शहरों की जेल तक बहनें पहुंचीं और अपने भाइयों को भाई दूज का टीका लगाया। एक तरफ बहनों ने भाइयों के लिए मंगल कामना की तो दूसरी तरफ भाई ने भी बहन के सम्मान का वादा किया। इसी तरह शिवपुरी सर्किल जेल में बंद बंदियों को भाई दूज का टीका लगाने उनकी बहनें जेल पहुंचीं। बंदियों से मुलाकात के लिए जेल प्रशासन द्वारा आवश्यक इंतजाम किए गए थे।

मुलाकात का समय 10 मिनट किया गया था निर्धारित
जेल प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि सर्किल जेल शिवपुरी के अंतर्गत जिला जेल गुना, अशोकनगर, श्योपुर एवं सब जेल पोहरी, कोलारस, पिछोर, करैरा और चांचौड़ा में बंदियों की खुली मुलाकात उनकी बहनों से कराई गई। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने अपने भाइयों को टीका लगाया और मिठाई खिलाई। प्रत्येक बंदी के लिए यहां पर मुलाकात का अधिकतम समय 10 मिनट निर्धारित किया गया था। मुलाकात सुबह साढ़े नौ बजे से प्रारंभ हुई और जो ढाई बजे तक चली।

चंद्रकांता ने बताया कि उनके भाई को एक केस में जेल में आना पड़ा, लेकिन वे हर साल यहां पर अपने भाई को भाई दूज पर मिलने आती हैं। यहां पर अच्छी व्यवस्था की गई। एक महिला रामदुलारी ने बताया कि उन्होंने अपने भाई को टीका लगाया और मिठाई खिलाई।

महिलाओं को यह ले जाने की नहीं थी अनुमति
शिवपुरी सर्किल जेल अधीक्षक रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि भाई दूज के लिए जेल प्रशासन द्वारा यहां पर बंदियों की बहनों से मुलाकात कराने के लिए आवश्यक इंतजाम किए गए थे। जेल अधिकारियों ने बताया कि जेल के अंदर किसी भी महिला को पर्स, मोबाइल, नकदी या अन्य कीमती सामान लेकर प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। साथ ही मुलाकात के दौरान महिलाएं केवल 250 ग्राम तक मिठाई, गजक या सोनपपड़ी ले जा सकती थीं। अन्य किसी भी प्रकार का खाद्य पदार्थ भीतर ले जाना वर्जित रहा।

जेल प्रशासन ने की थी पूजा थाल की व्यवस्था
जेल प्रशासन ने सभी बहनों के लिए पूजा थाल की व्यवस्था की थी, जिसमें हल्दी, कुमकुम, चावल आदि सामग्री उपलब्ध कराई गई। इस व्यवस्था से बंदियों से मिलने के लिए आई बहनें खुश नजर आईं। ग्वालियर जेल में भी भाई दूज पर आई बहनों के लिए जेल प्रशासन की ओर से खास इंतजाम किए गए थे। बहनों ने भाइयों को तिलक लगाया और भाई दूज का उत्सव मनाया।

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