भोपाल। विधानसभा बजट सत्र के दौरान सिंहस्थ भूमि अधिग्रहण को लेकर अपनी ही सरकार को सवालों के घेरे में खड़े करने वाले आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय पर बड़ा एक्शन हो गया है। भाजपा ने उन्हें शो-काज नोटिस जारी कर इस मामले में एक सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है। सूत्रों की मानें तो चिंतामणि मालवीय द्वारा सदन में अपनी ही सरकार को घेरने से पार्टी संगठन नाराज हो गया है। जिसके बाद उन्हें नोटिस जारी कर 7 दिनों के भीतर जवाब मांगा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की ओर से जारी हुए नोटिस में लिखा गया है कि चिंतामणि मालवीय के ताजा बयानों और कृत्यों की वजह से पार्टी की प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है। चिंतामणि मालवी को 7 दिनों में जवाब देने के लिए कहा गया है। बता दें आलोट विधायक ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र में जमीनों की स्थायी अधिग्रहण को लेकर अपने ही सरकार को घेरा था। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने 2 हजार करोड़ रुपए उज्जैन सिंहस्थ के लिए रखे हैं, उज्जैन उन पर अभिमान करता है।
यह बोले थे मालवीय
मालवीय ने आगे कहा था कि उज्जैन सीएम को अपना नेता मानता है, उज्जैन को गर्व है कि मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री उज्जैन से है। लेकिन, आज उज्जैन का किसान बहुत डरा और परेशान है। क्योंकि, सिंहस्थ के नाम पर उसकी जमीन पहले केवल 3-6 महीनों के लिए अधिग्रहित की जाती थी लेकिन आज उन्हें स्थायी अधिग्रहण का नोटिस दिया गया है। पता नहीं किस अधिकारी ने यह विचार रखा है कि, स्पिरिचुअल सिटी (आध्यात्मिक नगरी) बनाएंगे। मैं बताना चाहता हूं कि स्प्रिचुअलिटी किसी सिटी में नहीं रहती है। वह तो त्याग करने वाले लोगों से होती है। हम क्रांक्रीट के भवन बनाकर स्पिरिचुअल सिटी नहीं बना सकते।