राहुल गांधी ने भले ही किसी समय सदन में मोदी के गले लगने के बाद आंख मारते हुए अपने अपरिपक्व व्यवहार का परिचय दिया था, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि वह इसी सदन में मोदी के गले किसी मुसीबत की तरह पड़ने जा रहे हैं। अब घटनाक्रम आंख चलाने नहीं, बल्कि पूरी ताकत के साथ आंख दिखाने वाले हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरी बार स्पीकर चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि हम सबको विश्वास है कि आने वाले पांच साल आप हम सबका मार्गदर्शन करेंगे। हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि विनम्र और व्यवहार कुशल व्यक्ति सफल सदृश होता है। आपको तो मुस्कान भी मिली है। आपकी ये मीठी-मीठी मुस्कान हम सबको प्रसन्न करती आई है।
बैठक के बाद खरगे ने कहा कि राहुल गांधी वायनाड सीट छोड़ेंगे और रायबरेली अपने पास रखेंगे। इसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार होंगी। खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि रायबरेली पहले से भी राहुल गांधी के काफी नजदीक रही है।
जवाहरलाल नेहरू वामपंथी बुद्धि की आगे सदैव बौने रहे और आज हालत यह कि सोनिया से लेकर राहुल तक के असर से यह दल पूरी तरह वामपंथी सोच के आगे नतमस्तक हो चुका है।
कांग्रेस में राहुल गांधी को चतुर मानने वालों की आज भी कमी नहीं है। लेकिन पार्टी में गांधी-नेहरू परिवार के आभामंडल से कुछ अंश में भी अछूता हरेक व्यक्ति राहुल की क्षमताओं पर पूरा विश्वास रखता है। इसलिए वह यकीन से कह सकता है कि राहुल ने हाल ही में 'सत्यम, शिवम, सुंदरम' शीर्षक से जो लेख रचने का दावा किया है, वह दरअसल किसी दूसरे के ज्ञान पर अपना नाम लिख देने की जुगाड़ से अधिक और कुछ भी नहीं है।