मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में लव जिहाद से बचाव के लिए संस्कृति बचाओ मंच की ओर से सामाजिक जागरूकता के लिए विशेष कार्यशाला आयोजित की गई।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवा पीढ़ी, विशेष रूप से बेटियों और उनके अभिभावकों को सामाजिक चुनौतियों के प्रति सतर्क करना और उन्हें जागरूक करना था।
कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति बचाओ मंच की ओर से किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। संस्कृति बचाओ मंच के अनुसार, इस पहल के तहत युवाओं को सामाजिक धोखाधड़ी और भावनात्मक शोषण जैसी स्थितियों से बचने के उपाय बताए गए। साथ ही, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी उपयोगी जानकारियां साझा की गईं।
कार्यशाला में मौजूद वक्ताओं ने पारिवारिक संवाद, पारंपरिक मूल्यों और आत्मरक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि माता-पिता की भूमिका सिर्फ पालन-पोषण तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी संतानों के सामाजिक व्यवहार पर भी सतत निगरानी रखनी चाहिए।
कार्यक्रम में यह भी कहा गया कि धार्मिक और सांस्कृतिक संस्थानों को समाज को जागरूक करने में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। समाज में उत्पन्न हो रहे कई संवेदनशील मुद्दों पर संवाद और जागरूकता ही समाधान का मार्ग खोल सकते हैं।
संस्कृति बचाओ मंच की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में दो हजार से अधिक लोगों की उपस्थिति रही, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।