भोपाल। मप्र की मोहन सरकार ने रिटायर्ड आईएएस और सीएम सचिवालय में सबसे पावरफुल असफर रहे मनोज श्रीवास्वत को बड़ी जिम्मेदारी दे दी है। दरअसल उन्हें राज्य निर्वाचन आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह बसंत प्रताप सिंह की जगह लेंगे। इसे लेकर सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से मंगलवार को आदेश जारी कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले आयोग के आयुक्त रहे बीपी सिंह का 6 माह का अतिरिक्त कार्यकाल 31 दिसंबर पूरा हुआ है।
मनोज श्रीवास्तव नए साल के पहले दिन यानि 1 जनवरी से अपना कार्यभार संभालेंगे। वर्तमान में श्रीवास्तव प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग के सदस्य पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे, उन्होंने इस पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। मनोज श्रीवास्तव 1987 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं। उनको प्रशासनिक काम का अच्छा अनुभव है। इससे प्रदेश में राज्य निर्वाचन के माध्यम से होने वाले चुनाव के संचालन को प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त बनते-बनते रह गर्इं थी वीरा राणा
इसके पहले 30 सितम्बर को पूर्व मुख्य सचिव वीरा राणा के रिटायरमेंट के दिन उन्हें नया राज्य निर्वाचन आयुक्त बनाए जाने के आदेश जारी होने वाले थे। राज्य निर्वाचन आयोग में इसकी तैयारी भी कर ली गई थी और बीपी सिंह ने स्टाफ को हाई-टी देकर खुद को कार्यमुक्त भी बता दिया था। हालांकि अनुराग जैन को मुख्य सचिव बनाने का आदेश जारी होने के बाद समीकरण बदल गए। इसके बाद वीरा राणा को राज्य निर्वाचन आयुक्त बनने का फैसला टल गया।
30 जून को खत्म हो गया था सिंह का कार्यकाल
इससे पहले राज्य निर्वाचन आयुक्त रहे बीपी सिंह का कार्यकाल 30 जून 2024 को खत्म हो गया था। तब सरकार ने किसी नए आयुक्त को नियुक्ति नहीं देते हुए बीपी सिंह को ही पद पर बने रहने के आदेश जारी किए थे। इसमें कहा गया था कि राज्य निर्वाचन आयुक्त कार्यकाल पूरा होने के बाद 6 माह तक पद पर बने रह सकते हैं।