आज का दिन हम सभी के लिए, पूरे देश के लिए और खासकर दलित, पीड़ित, वंचित, शोषित के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। उनके जीवन में ये दूसरी दिवाली है। आज संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर की जयंती है। यह वक्तव्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिसार एयरपोर्ट के उद्घाटन के दौरान दिया
उन्होंने कहा उनका जीवन, उनका संघर्ष, उनका संदेश हमारी सरकार की 11 साल की यात्रा का प्रेरणा स्तंभ बना है। हर दिन, हर फैसला, हर नीति, बाबा साहब को समर्पित है।
इनके जीवन में बदलाव लाना, इनके सपनों को पूरा करना ये हमारा मकसद है। इसके लिए निरंतर विकास, तेज विकास, यही भाजपा सरकार का मंत्र है। साथियों, इसी मंत्र पर चलते हुए आज हरियाणा से अयोध्या धाम के लिए फ्लाइट शुरू हुई है। यानी अब श्रीकृष्ण जी की पावन भूमि हरियाणा, श्रीराम जी की भूमि से सीधी जुड़ गई है।
पीएम ने बताया कि बीते दस सालों में करोड़ों भारतीयों ने जीवन में पहली बार हवाई सफर किया है। हमने वहां भी नए एयरपोर्ट बनाए, जहां कभी अच्छे रेलवे स्टेशन तक नहीं थे। 2014 से पहले देश में 74 एयरपोर्ट थे, 70 साल में 74। आज देश में एयरपोर्ट की संख्या 150 के पार हो गई है।
मोदी ने कहा कि देश के करीब 90 एरोड्रम उड़ान योजना से जुड़ चुके हैं। इनमें बहुत कम पैसों में लोग हवाई यात्रा कर रहे हैं। इसलिए आज हर साल हवाई यात्रा करने वालों का नया रिकॉर्ड बन रहा है। हमारी एयरलाइन कंपनियों ने भी रिकॉर्ड संख्या में 2 हजार नए हवाई जहाजों का ऑर्डर दिया है। जितने नए जहाज आएंगे, उतनी ही ज्यादा नौकरियां भी आएंगी।
ऐसी अनेक सेवाओं के लिए युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। हिसार का यह एयरपोर्ट भी हरियाणा के युवाओं को नई ऊंचाई देगा। हमारी सरकार एक तरफ कनेक्टिविटी पर बल दे रही है, दूसरी तरफ गरीब कल्याण, सामाजिक न्याय भी सुनिश्चित कर रही है। यही तो बाबा साहब आंबेडकर का सपना था। हमारे संविधान निर्माताओं की यही इच्छा थी।
लेकिन हमें यह कभी नहीं भूलना है कि कांग्रेस ने बाबा साहेब के साथ क्या किया। जब तक बाबा साहेब जीवित थे, कांग्रेस ने उन्हें अपमानित किया। दो-दो बार उन्हें चुनाव हरवाया। कांग्रेस की पूरी सरकार उनको उखाड़ फेंकने में लगी थी। उनको सिस्टम से बाहर रखा गया। जब वह हमारे बीच नहीं रहे, तो कांग्रेस ने उनकी याद तक मिटाने की कोशिश की। कांग्रेस ने बाबा साहब के विचारों को भी हमेशा के लिए खत्म करना चाहा। कांग्रेस संविधान की भक्षक बन गई है।
मोदी ने कहा कि शौचालय के अभाव में भी सबसे बुरी स्थिति पिछड़े समाज की थी, हमारी सरकार ने 11 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर वंचितों को उनका हक दिया। साथियों, कांग्रेस के जमाने में एससी, एसटी, ओबीसी के लिए बैंक का दरवाजा तक नहीं खुलता था। बीमा, लोन, मदद – ये सारी बातें सपना थीं, लेकिन अब जन-धन खातों के सबसे बड़े लाभार्थी मेरे वंचित भाई-बहन हैं। हमारे एससी, एसटी, ओबीसी भाई-बहन जेब से रुपये कार्ड निकालकर दिखाते हैं, जो अभी तक अमीरों की जेबों में हुआ करते थे।
पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने हमारे पवित्र संविधान को सत्ता हासिल करने का एक हथियार बना दिया है। जब-जब कांग्रेस को सत्ता का संकट दिखा, उन्होंने संविधान को कुचल दिया। कांग्रेस ने संविधान की स्पिरिट को कुचला। संविधान की भावना है कि सबके लिए एक जैसी नागरिक संहिता हो, जिसे मैं कहता हूं यूनिफॉर्म सिविल कोड, लेकिन कांग्रेस ने इसे लागू नहीं किया। उत्तराखंड में बीजेपी सरकार आने के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू हुआ। डंके की चोट पर लागू हुआ। देश का दुर्भाग्य देखिए, संविधान को जेब में लेकर बैठे हुए लोग, ये कांग्रेस के लोग, उसका विरोध कर रहे हैं।
हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण पर प्रतिबंध लगा हुआ है- पीएम
पीएम ने कहा कि हमारे संविधान में एससी, एसटी, ओबीसी के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया, लेकिन कांग्रेस ने उनको आरक्षण पहुंचा कि नहीं पहुंचा, कांग्रेस ने उसकी कभी परवाह नहीं की। कांग्रेस ने बाबा साहब आंबेडकर ने जो सपना देखा था, उसको भी पूरा नहीं किया। संविधान के प्रावधान को तुष्टिकरण का माध्यम बना दिया।
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने पेंशन में भी एससी, एसटी, ओबीसी के अधिकार छीनकर धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया। जबकि संविधान में बाबा साहब ने साफ लिखा है कि संविधान में कतई धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा। हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
वक्फ कानून ठीक होता तो मुसलमान पंचर नहीं बनाते- पीएम
मोदी ने कहा कि वक्फ के नाम पर लाखों हेक्टेयर जमीन पूरे देश में है। इस जमीन से गरीबों का, बेसहारा महिलाओं-बच्चों का भला होना चाहिए था। आज ईमानदारी से इसका उपयोग हुआ होता तो मुसलमानों को साइकिल के पंचर बनाने की जरूरत नहीं होती। इससे सिर्फ भू-माफिया को ही फायदा हुआ। ये माफिया इस कानून के जरिए गरीबों की जमीन लूट रहे थे।
सैकड़ों विधवा मुस्लिम महिलाओं ने भारत सरकार को चिट्ठी लिखी, तब जाकर सरकार ने यह बदलाव किया है। हमने बहुत बड़ा काम किया है, हमने इस वक्फ कानून में एक और प्रावधान किया है। नए कानून के तहत किसी भी आदिवासी की जमीन को, हिंदुस्तान के किसी भी कोने में आदिवासी के घर को यह वक्फ बोर्ड हाथ भी नहीं लगा पाएगा।