नई दिल्ली। आॅपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में आज बहस हो रही है। यह बहस करीब 16 घंटे चलेगी। पक्ष की ओर से चर्चा की शुरूआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। इस दौरान राजनाथ सिंह ने आपरेशन सिंदूर की सफलता पर जोर दिया। तो वहीं इंडियन आर्मी के शौर्य और साहस की सराहना की। उन्होंने कहा कि 6-7 मई 2025 की रात हमारी सेना ने एक ऐतिहासिक आॅपरेशन को अंजाम दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वीर भारतीय सैनिकों ने 22 मिनट में ये आॅपरेशन पूरा कर 100 से ज्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।
बहस की शुरूआत में रक्षा मंत्री ने कहा कि सबसे पहले मैं इस सदन के माध्यम से, देश के उन वीर सपूतों को, उन बहादुर सैनिकों को नमन करता हूं, जो इस राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा के लिए सदैव तैयार और तत्पर रहते हैं। साथ ही, मैं उन सैनिकों की स्मृति को भी नमन करता हूं, जिन्होंने भारत की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। मैं पूरे देश की तरफ से सेनाओं के सभी जवानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं को दी खुली छूट
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को अमानवीयता की चरम सीमा बताते हुए कहा कि हमलावरों ने लोगों की पहचान उनके धर्म के आधार पर की और उन्हें निशाना बनाया। रक्षा मंत्री ने बताया कि हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की और निर्णायक कार्रवाई की पूरी छूट दी। इसके बाद हमारी सेना ने आतंकियों को उनके ठिकानों में घुसकर मार गिराया।
सेना ने मां-बहनों के सिंदूर का बदला लिया
उन्होंने कहा, सेना ने हमारे देश की माताओं और बहनों के सिंदूर का बदला लिया है। यह सिंदूर अब सिर्फ एक प्रतीक नहीं, बल्कि शौर्य की गाथा बन चुका है। राजनाथ सिंह ने आॅपरेशन की जानकारी देते हुए कहा, ष्मैं बेहद सावधानी से कह रहा हूं, इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी और उनके हैंडलर मारे गए हैं। वास्तविक आंकड़ा इससे कहीं अधिक हो सकता है, लेकिन हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई भी संख्या गलत न बताई जाए।
हमने केवल जवाबी कार्रवाई की
राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले के बाद भारतीय सेना की तरफ से दिए गए जवाब पर उन्होंने तुलनात्मक रूप में रामायण की चैपाई का जिक्र करते हुए कहा, जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे… यानी हमने केवल जवाबी कार्रवाई की। हालांकि, पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया, लेकिन भारत ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया।
संतुलित थी भारत की जवाबी कार्रवाई
उन्होंने बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई पूरी तरह संतुलित और आत्मरक्षा के तहत की गई। पाकिस्तान की ओर से 7 मई से लेकर 10 मई की रात तक मिसाइल और लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया गया। उनके निशाने पर हमारे सैन्य अड्डे थे, लेकिन हमारी रक्षा प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों ने हर हमले को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान एक भी लक्ष्य को हिट करने में सफल नहीं हो पाया।
दुश्मन के हर मंसूबे को नाकाम किया हमारी सेना ने
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने दुश्मन के हर मंसूबे को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान की आक्रामकता के जवाब में भारत की कार्रवाई न सिर्फ साहसिक बल्कि निर्णायक भी थी। हमारे सैनिकों ने इस मिशन को पूरी सफलता के साथ अंजाम दिया और राष्ट्र की सुरक्षा को सुनिश्चित किया।