जम्मू। पड़ोसी देश पाकिस्तान के खिलाफ आॅपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को श्रीनगर के दौरे पहुंचे। जहां राजनाथ सिंह ने श्रीनगर एयरबेस का दौरा कर सेना के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की। उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद हैं। भारतीय वायु सेना के जवानों ने श्रीनगर एयर बेस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बातचीत के दौरान ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। इस दौरान राजनाथ सिंह ने आॅपरेशन सिंदूर के सफलता पर सेना को बधाई दी। साथ ही पाकिस्तान को जमकर आड़े हाथों भी लिया। बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले और आॅपरेशन सिंदूर के बाद यह राजनाथ सिंह का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि कहा कि पहलगाम में आतंकियों के हमले में हताहत हुए सभी निर्दोष नागरिकों और आॅपरेशन सिंदूर के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए हमार जवानों को नमन करता हूं। मैं घायल सैनिकों के साहस को भी नमन करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो जल्द से जल्द स्वस्थ हों। रक्षा मंत्री ने कहा, “इस विषम परिस्थिति में, आप सबके बीच आकर, आज मैं, बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमारे प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में, आॅपरेशन सिंदूर के दौरान आपने जो कुछ किया, उसने पूरे देश को गर्व से भर दिया है।
जवानों से बोले राजनाथ- मैं आपकी ऊजा महसूस करने आया
राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं यहां आपकी उस ऊर्जा को महसूस करने आया हूं, जिसने दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर दिया। आपने जिस तरीके से सीमा के उस पार पाकिस्तान की चौकियों और बंकरों को धवस्त किया, दुश्मन उसे कभी भूल नहीं पाएगा। आपने देखा होगा कि आमतौर पर लोग जोश में होश खो देते हैं लेकिन आपने जोश भी रखा, होश भी रखा और सूझबूझ के साथ दुश्मन के ठिकानों को बर्बाद किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमें अपनी सेना पर गर्व है। आॅपरेशन सिंदूर आतंकवाद पर बड़ी कार्रवाई है। पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ी है। हम आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं।
‘आतंकवाद के खिलाफ हम किसी भी हद तक जा सकते हैं’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “आॅपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा चलाई गई, अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई है। 35-40 वर्षों से भारत सरहद पार से चलाये जा रही आतंकवाद का सामना कर रहा है। आज भारत ने पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ हम किसी भी हद तक जा सकते हैं। पहलगाम में आतंकवादी घटना को अंजाम देकर भारत के माथे पर चोट पहुंचाने का काम किया, भारत की सामाजिक एकता को तोड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने भारत के माथे पर वार किया, हमने उनकी छाती पर घाव दिए हैं। पाकिस्तान के जख्मों का इलाज इसी बात में है कि वह भारत विरोधी और आतंकवादी संगठनों को पनाह देना बंद करे, अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ न होने दे।”
पहलगाम आतंकी हमला, आॅपरेशन सिंदूर और सीजफायर
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने 7 मई को ‘आॅपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। जिसमें कई कुख्यात आतंकी भी मारे गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच हालात बिगड़े और दो दशक बाद चरम पर पहुंच गए। वहीं पाकिस्तान की तरफ से भारत के शहरों को निशाना बनाए जाने के बाद, भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने सभी को नाकाम करते हुए उसका माकूल जवाब दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिए। इससे घबराए पाकिस्तान ने 10 मई को भारत के सामने सीजफायर का प्रस्ताव रखा, जिसे दोनों देशों ने आपसी चर्चा के बाद लागू कर लिया। हालांकि, इसके कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान की तरफ से इसका उल्लंघन किया गया, जिसका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया।