भोपाल। राजधानी भोपाल में पहली बार 24 और 25 फरवरी को ग्वोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित होने जा रही है। समिट भव्य बनाने के लिए प्रदेश की मोहन सरकार जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव खुद समिट की तैयारियों पर नजर रख रहे हैं। इन सबके बीच समिट को लेकर सियासत भी खूब हो रही है। कांग्रेस आए दिन सरकार से अलग-अलग सवाल कर रही है। इसी क्रम में मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ ने सवाल किया है कि जीआईएस से कितने लोगों को रोजगार मिलेगा सरकार यह स्पष्ट करें। नाथ ने यह सवाल सोशल मीडिया के जरिए किया है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स पर लिखा कि मध्य प्रदेश में इस महीने होने जा रही इन्वेस्टर समिट को लेकर प्रदेश की जनता को काफी आशा है। आम आदमी को निवेश के आंकड़ों से ज्यादा इस बात से मतलब है कि यह समिट प्रदेश के नौजवानों को कितनी नौकरियां तथा रोजगार देती है? इसलिए मेरा आग्रह है कि प्रदेश सरकार जनता को स्पष्ट बताए कि समिट से कितनी नौकरी और कितने रोजगार का लक्ष्य उन्होंने तय किया है? यह नौकरी और रोजगार कितनी समय सीमा के भीतर उपलब्ध हो जाएंगे?
मप्र में 33 लाख पंजीकृत बेरोजगार
कमलनाथ ने लिखा कि मध्य प्रदेश में करीब 33 लाख पंजीकृत बेरोजगार हैं। इन बेरोजगारों में एमबीए, इंजीनियरिंग और मेडिकल के ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट भी शामिल हैं। इसके अलावा अन्य विषयों के स्नातकों की संख्या हजारों में है। मध्य प्रदेश के यह बेरोजगार नौजवान नौकरी की बाट जोह रहे हैं। अगर यह समिट नौकरी देने की दिशा में सार्थक परिणाम लाती है तभी इसे सफल माना जाएगा अन्यथा यह भी भाजपा की एक और इवेंटबाजी साबित होगी।