मध्यप्रदेश के श्योपुर में फसल नुकसान का मुआवजा न मिलने से नाराज किसानों के समर्थन में मंगलवार को कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने अनोखे तरीके से विरोध जताया. उन्होंने सीप नदी के बंजारा डेम में उतरकर जल सत्याग्रह शुरू किया.
दोपहर करीब एक बजे विधायक जंडेल कमर तक पानी में उतरे और लगभग आधे घंटे तक शांत मुद्रा में ध्यान लगाकर बैठे रहे. विधायक बाबू जंडेल के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान भी नदी में खड़े होकर नारेबाजी करते रहे.
बारिश से बर्बाद हुई धान की फसल
कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने कहा कि जिले अधिकांश किसानों की धान की फसल बारिश से पूरी तरह से चौपट हो गई है. खेतों में पानी भरने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है, लेकिन प्रशासन ने अब तक न तो सर्वे किया है और न ही किसानों को राहत राश वितरित की है. उन्होंने कहा कि किसान पहले से ही कर्ज और बिजली बिलों के बोझ से दबे हैं. ऐसे समय में फसल मुआवजा देना सरकार की जिम्मेदारी है, कृपा नहीं.
चार दिन से जारी आंदोलन
विधायक बाबू जंडेल ने बताया कि किसानों के हक की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से पटेल चौक पर धरना दे रहे हैं. प्रशासन की चुप्पी के विरोध में अब यह जल सत्याग्रह शुरू किया गया है. विधायक ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अगले कुछ दिनों में मुआवजे और बिजली बिल माफी पर निर्णय नहीं लिया, तो वे अनशन पर बैठने के लिए मजबूर होंगे.



