भोपाल। राजधानी भोपाल में 10 मार्च को विधानसभा घेरने की तैयारी कर रहे किसान कांग्रेस का मंच टूट गया था। जिससे दर्जनभर से ज्यादा कांग्रेस नेता घायल हो गए थे। मंच ज्यादा लोगों के चढ़ने की वजह से टूटा था। इस घटना से सबक लेते हुए मप्र कांग्रेस ने सभाओं को लेकर नई गाइडलाइन बना दी है। स्टेज पर कुर्सियां नहीं, सिर्फ डायस होगा। भाषण देकर नेता कार्यकर्ताओं के बीच बैठेंगे। कांग्रेस की नई गाइडलाइन का असर पॉलिटिकल अफेयर कमेटी और एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में देखने को भी मिला। मंच के पीछे जहां महात्मा गांधी और बाबा साहब अम्बेडकर के फोटो लगाए गए। वहीं मंच पर कुर्सी की जगह गद्दे बिछाए गए थे। जबकि मंच के नीचे माइक लगा था।
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस ने पॉलिटिकल अफेयर कमेटी और एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक हुई थी। इस बैठक में पार्टी की नई गाइडलाइन का असर दिखाई दिया। कार्यक्रम में महात्मा गांधी और बाबा साहब अम्बेडकर के फोटो लगाए गए थे। वहीं बैकड्रॉप पर राष्ट्रीय स्तर, प्रदेश स्तर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष के फोटो दिखाई दिए। मंच पर कुर्सी की जगह गद्दे बिछाए गए है और मंच के नीचे माइक लगाया गया । ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में मंच साझा करने और होर्डिंग में फोटो को लेकर भी कई बार विवाद की स्थिति बन चुकी है। इन विवादों से बचने के लिए मप्र कांग्रेस ने गाइडलाइन तैयार की थी।
पार्टी ने तय की थी ये गाइडलाइन
इसके मुताबिक, कांग्रेस बड़े मंचों से परहेज करेगी। साथ ही मंच पर सांसद, विधायक, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और फ्रंटल आॅगेर्नाइजेशन के अध्यक्ष को ही जगह मिलेगी। मंच पर कुर्सी नहीं लगाई जाएगी। होर्डिंग में राष्ट्रीय नेता के साथ पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभारी, नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश अध्यक्ष के फोटो लगाए जाएंगे। दिल्ली से आए नेता सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी में ही बैठेंगे।