मध्य प्रदेश में दिसंबर में होने वाले विधानसभा सत्र को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधानसभा सत्र का समय बढ़ाने की मांग की है।
मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर 16वीं विधानसभा के सप्तम सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि इस सत्र की अधिसूचना के अनुसार 1 दिसंबर से 5 दिसंबर 2025 तक केवल चार बैठकें प्रस्तावित की गई हैं, जो प्रदेश के ज्वलंत और जनहित से जुड़े मुद्दों पर पर्याप्त चर्चा के लिए अपर्याप्त हैं।
उमंग सिंघार ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि प्रदेश के सामने कई महत्वपूर्ण विषय हैं, लेकिन सीमित अवधि में इन विषयों पर व्यापक बहस संभव नहीं होगी। उन्होंने पत्र में आग्रह किया है कि लोकतांत्रिक परंपरा को ध्यान में रखते हुए सत्र की अवधि बढ़ाई जाए ताकि विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों को जनता के हित से संबंधित प्रश्नों पर विस्तार से चर्चा का अवसर मिल सके।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 1 से 5 दिसंबर तक चलने वाला है, जिसमें 4 बैठकें होना प्रस्तावित है।
दरअसल, विधानसभा सचिवालय की तरफ से सत्र की सूचना जारी कर दी गई है, जिसमें बताया गया कि 1 से 5 दिसंबर के बीच विधानसभा सत्र होगा, जिसमें महज तीन दिन ही काम होगा।
क्योंकि परंपरा के अनुसार पहले दिन श्रद्धांजलि के बाद कार्यवाही स्थगित हो जाती है, जबकि 3 दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की वजह से छुट्टी रहेगी। ऐसे में महज तीन दिन ही विधानसभा की कार्यवाही चलेगी. जिससे यह सत्र भी जल्द निपट रहा है।



