मध्यप्रदेश के इंदौर के देवास नाका क्षेत्र में गुरुवार सुबह चार बजे एक भवन के पेंट हाउस में आग लगने से इंदौर के उद्योगपति और महिंद्रा ऑटोमोबाइल शोरूम के मालिक प्रवेश अग्रवाल की दम घुटने से मौत हो गई।
आग के समय वे अपने परिवार के साथ कमरे में सो रहे थे। कमरे में धुआं भर जाने के कारण वे बाहर नहीं निकल पाए। हालांकि, अपनी मौत से पहले अग्रवाल ने पत्नी और दो बेटियों को बाहर निकाल लिया। तीनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने प्रवेश को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। प्रवेश अग्रवाल ऑटोमोबाइल शोरूम के मालिक थे और जिले में उनके तीन से अधिक ऑटोमोबाइल शोरूम हैं।
महिंद्रा शोरूम के ऊपर ही पेंट हाउस में उनका निवास था। इस हादसे में प्रवेश की पत्नी और बेटियां सौम्या व मायरा भी प्रभावित हुईं। तीनों को सांस लेने में परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पत्नी श्वेता की हालत गंभीर बताई गई है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।
अग्रवाल ने आग लगने के बाद कमरे में घुसकर पत्नी और एक बेटी को बाहर निकाल दिया था। गार्ड दोनों को बाहर लेकर गए, इस बीच फिर वे अपनी दूसरी बेटी को बचाने के लिए कमरे में गए। इसी दौरान बेटी को तो उन्होंने कमरे से बाहर निकाल दिया, लेकिन तब तक काफी धुआं प्रवेश की सांसों में भर चुका था, जिसके कारण दमघुटने से उनकी मौत हो गई।
शोरूम में तैनात गार्ड ने बताया कि आग सबसे पहले किचन वाले हिस्से में लगी थी। आग शार्ट सर्किट या पटाखों की वजह से लगी, इसकी जांच की जा रही है। प्रवेश अग्रवाल राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में भी सक्रिय थे। उन्होंने नर्मदा सेना की स्थापना की थी। उनके निधन से शहर में शोक की लहर फैल गई।
प्रवेश कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी माने जाते थे। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में देवास लोकसभा क्षेत्र से टिकट मांगा था। इसके अलावा प्रवेश अग्रवाल ने अपनी पत्नी के लिए नगर निगम चुनाव में मेयर का टिकट मांग चुके थे। उनके निधन पर कांग्रेस ने शोक जताया है।