भोपाल। भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनावपूर्ण हालात के बीच मप्र सरकार भी हाइअलर्ट मोड पर है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बीती रात प्रदेश के सभी कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को चौकस रहने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कलेक्टरों से कहा कि हर जिले में सायरन और मॉकड्रिल की व्यवस्था की जाए। इधर सामान्य प्रशासन विभाग ने 13 विभागों की कर्मचारियों की छुट्टी निरस्त कर दी है। गृह विभाग ने कहा है कि अस्पतालों में डॉक्टर्स और जीवन रक्षक दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए।
जिलों में कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि पीने के पानी की उपलब्धता, सड़कों की सुरक्षा और बिजली सप्लाई में किसी तरह की बाधा नहीं आना चाहिए। किसी तरह की अप्रिय घटना की स्थिति से बचाव के लिए फायर ब्रिगेड तैयार रखे जाएं। इसके अलावा पब्लिक एड्रेस सिस्टम को पर्याप्त संख्या में चालू रखा जाए। आपदा प्रबंधन की मॉक ड्रिल और चेतावनी के परिप्रेक्ष्य में शहरों में सायरन की व्यवस्था रहनी चाहिए। इसके लिए स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के बीच आवश्यक समन्वय बना रहना चाहिए। आपदा की स्थिति में गैर सरकारी संगठनों राष्ट्रीय सेवा योजना और एनसीसी कैडेट्स तथा सिविल स्वयं सेवकों की भागीदारी तय की जाए ताकि राहत और बचाव के कार्य में सहयोग मिल सके।
इसके अलावा अफसरों से कहा गया है कि उद्योगों में उत्पादन जारी रखा जाए। उद्योगों की सुरक्षा प्रशासन की जिम्मेदारी है।लोक निर्माण विभाग सड़कों, पुलों की देखभाल और सुरक्षा का जिम्मा ठीक से देखें। ऊर्जा विभाग बिजली सप्लाई लगातार बनाये रखे।
फील्ड में दिखें अधिकारी
सीएम ने कहा कि लोगों को जागरूक करें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कलेक्टर्स और पुलिस अधीक्षकों से सीएम डॉ. यादव ने कहा कि अधिकारी फील्ड में दिखें। जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लिया जाए और आवश्यक जनसहयोग प्राप्त किया जाए। अपराधियों के साथ किसी तरह की नरमी नहीं बरती जाए। घटना घटित होने के पूर्व आवश्यक सावधानी बरती जाए। इसके अलावा सभी जिलों में मॉक ड्रिल कर आपदा की स्थिति में बचाव के लिए जागरूक किया जाए।
शहर काजी ने की शांति की अपील
तनाव के माहौल में पहली बार भोपाल के शहर काजी मुश्ताक अली नदवी का बयान सामने आया है। उन्होंने शांति, अमन और भाईचारे की अपील करते हुए कहा कि “जहां इंसान रहता है, वहां उसकी जान-माल, इज्जत और आबरू की हिफाजत करना इस्लामी नजरिए से भी फर्ज है। शहर काजी ने कहा कि मजहबी तौर पर भी यह इंसान का फर्ज बनता है कि हम जहां रह रहे हैं, उस मुल्क की हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है।
ज्ञात हो कि इससे पहले शहर काजी ने हिंदू छात्राओं से रेप और ब्लैकमेलिंग मामले में तीखी प्रतिक्रिया में कहा था इस्लाम में ‘जिना’ यानी बलात्कार जैसे अपराध के लिए बेहद सख्त सजा का प्रावधान है। जिसमें दोषी को सार्वजनिक रूप से पत्थर मार-मार कर मौत की सजा दी जाती है या 100 कोड़े मारे जाते हैं। काजी ने साफ कहा कि इस्लाम में ऐसे दरिंदों की कोई जगह नहीं है और सरकार को ऐसे आरोपियों पर रहम नहीं, सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।