अहमदाबाद। राजस्थान रॉयल्स टीम को आईपीएल के 23 वें मुकाबले में गुजरात टाइटंस से 58 रनों की हार मिली है। इस हार के साथ ही आरआर प्वाइंट टेबल में 7वें नंबर पर पहुंच गई है। खास बात यह है कि राजस्थान की टीम मैच तो हारी ही। साथ में टी में जुर्माना भी भुगताना पड़ा है। दरअसल धीमी ओवर गति के कारण बीसीसीआई ने आरआर के कप्तान संजू सैमसन और पूरी टीम पर जुर्माना ठोक दिया है। अकेले संजू पर 24 लाख का जुर्माना गलाया है।
बता दें कि बुधवार देर रात अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात ने 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 217 रन बनाए थे। जवाब में राजस्थान की टीम 19.2 ओवर में 159 रन पर सिमट गई। टीम ने मैच तो गंवाया ही गंवाया साथ में जुमार्ने के तौर पर बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी। आईपीएल ने जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन पर जुर्माना लगाया गया है क्योंकि उनकी टीम ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गुजरात टाइटंस के खिलाफ आईपीएल 2025 के मैच नंबर 23 के दौरान धीमी ओवर गति बनाए रखी थी।
टीम के बाकी सदस्यों को भी चुकानी पड़ेगी कीमत
चूंकि यह आईपीएल की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के तहत उनकी टीम का सीजन का दूसरा अपराध था, जो न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों से संबंधित है, इसलिए सैमसन पर 24 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।’ बयान में यह भी कहा गया, ‘इम्पैक्ट प्लेयर सहित प्लेइंग इलेवन के बाकी सदस्यों पर या तो छह लाख रुपये या उनकी संबंधित मैच फीस का 25 प्रतिशत, जो भी कम हो, जुर्माना लगाया जाएगा।’ बता दें कि यह आईपीएल के कोड आॅफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.22 के तहत उनकी टीम का इस सीजन का दूसरा अपराध था। यह आर्टिकल न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों से संबंधित है, इसलिए सैमसन पर 24 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
सैमसन से पहले पराग पर लगा था जुर्माना
सैमसन से पहले रियान पराग पर भी धीमी ओवर गति के लिए 12 लाख रुपये का जुर्माना लगा था। पराग ने राजस्थान के शुरूआती तीनों मैच में कार्यवाहक कप्तान की भूमिका निभाई थी। तब सैमसन चोटिल थे। गुजरात की टीम पांच मैचों में चार जीत और एक हार के साथ अंक तालिका में शीर्ष पर है, जबकि राजस्थान रॉयल्स पांच मैचों में दो जीत और तीन हार के साथ सातवें स्थान पर है।
कप्तानों को मिलेंगे डिमेरिट अंक
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, कप्तान को डिमेरिट अंकों के साथ दंडित किया जाएगा, लेकिन धीमी ओवर गति के लिए मैच प्रतिबंध का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेवल 1 के अपराध पर डिमेरिट अंकों के साथ 25 से 75 प्रतिशत मैच फीस काटी जाएगी, जिसकी गणना अगले तीन वर्षों के लिए की जाएगी। लेवल 2 का अपराध अगर वास्तव में गंभीर माना जाता है तो चार डिमेरिट अंक दिए जाएंगे। इसमें आगे कहा गया है कि, प्रत्येक 4 डिमेरिट पॉइंट के लिए मैच रेफरी 100 प्रतिशत जुर्माना या अतिरिक्त डिमेरिट अंक के रूप में जुर्माना लगा सकता है। इन डिमेरिट पॉइंट के कारण भविष्य में मैच पर प्रतिबंध लग सकता है, लेकिन धीमी ओवर गति के लिए मैच पर प्रतिबंध (तुरंत) नहीं लगाया जाएगा।