नई दिल्ली। दिल्ली में फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों ही दल एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ को सात महीने से वेतन न मिलने पर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली सरकार पर तीखा हमला बोला है। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से मुलाकात के एक दिन बाद सांसद बांसुरी स्वराज ने आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को लेकर कहा कि यह 3,000 रुपये के वेतन पर काम कर रही हैं और उनका वजीफा नहीं बढ़ाया गया है जो बेहद शर्मनाक है।
भाजपा नेत्री ने कहा कि आप सरकार उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होने कहा कि हर तीन साल में उनका वजीफा बढ़ाया जाना चाहिए। कानून इसे अनिवार्य बनाता है। यह आप सरकार उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रही है। जो वेद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि मैंने इस संबंध में दिल्ली के एलजी से मुलाकात की और मुझे खुशी है कि उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वह इस मुद्दे पर दिल्ली के सीएम को निर्देश देंगे। एलजी कार्यालय की एक प्रेस नोट के अनुसार दिल्ली के एलजी ने आप सरकार को दिल्ली में आशा कार्यकतार्ओं को दिए जाने वाले वजीफे को मौजूदा 3,000 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 9,000 रुपये करने की सलाह दी। बता दें कि आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के वजीफे में आखिरी वृद्धि 2018 में हुई थी।
सोशल मीडिया पर भी सरकार पर बोला हमला
इससे पहले बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने सोशल मीडिया के जरिए भी आप सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि दिल्ली की आंगनबाड़ी और आशा वर्कर्स की उपेक्षा दिल्ली सरकार की असंवेदनशीलता का उदाहरण है। आंगनबाड़ी वर्कर्स पिछले सात महीनों से वेतन से वंचित हैं, और आशा वर्कर्स मात्र तीन हजार रुपए के मामूली मानदेय पर काम कर रही हैं। उनके स्टाइपेंड में, जिसे हर तीन साल में नीति के अनुसार बढ़ाना अनिवार्य है, अब तक कोई वृद्धि नहीं की गई। भाजपा सांसद ने आगे लिखा कि इसी मामले को लेकर दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात कर हमारी बहनों की समस्याओं को रखा। उन्होंने हमारी आशा वर्कर्स एवं आंगनबाड़ी की बहनों की वेदनाओं को संवेदनशीलता से सुना और समाधान के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा करने का आश्वासन दिया है।