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कांग्रेस का भरोसा पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल से बनता है और बदलता भी है : पीएम मोदी का तीखा हमला, राहुल को आरोपों पर भी बोले

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में में ‘आॅपरेशन सिंदूर’ पर बहस में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड के दावों पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को जवाब दिया। उन्होंने लोकसभा में कहा कि दुनिया के किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से नहीं रोका था। वहीं उन्होंने तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस पर पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने एवं भारतीय सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने का आरोप भी लगाया।

पीएम मोदी ने ट्रंप के दावों पर राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा कि आॅपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं है। यूएन के 193 देशों में सिर्फ 3 देशों ने आॅपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया। उन्होंने कहा- दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन रोकने नहीं कहा था। हालांकि उन्होंने ट्रंप का नाम नहीं लिया।

9 मई की रात अमेरिकी उप राष्ट्रपति ने हमसे बात करने की थी कोशिश
पीएम ने कहा- 9 मई की रात अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने मुझसे बात करने का प्रयास किया, वो घंटे भर कोशिश कर रहे थे। लेकिन मेरी सेना के साथ बैठक चल रही थी, तो मैं फोन उठा नहीं पाया, लेकिन बाद में मैंने कॉल बैक किया। फिर अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझे बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है। इस पर मैंने कहा, अगर पाकिस्तान का ये इरादा है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा। अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो हम बड़ा हमला कर जवाब देंगे। आगे मैंने कहा था, ‘हम गोली का जवाब गोले से देंगे’।

हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को किया तहस-नहस
पीएम मोदी ने कहा कि 9 मई की रात और 10 मई की सुबह हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस-नहस कर दिया था। आज पाकिस्तान भी जान गया है कि भारत का हर जवाब पहले से ज्यादा तगड़ा होता है। उसे ये भी पता है कि भविष्य में नौबत आई तो भारत आगे कुछ भी कर सकता है। इसलिए मैं फिर से लोकतंत्र के इस मंदिर में दोहराना चाहता हूं कि ‘आॅपरेशन सिंदूर’ जारी है। अगर पाकिस्तान ने दुस्साहस की, कल्पना की तो, उसे करारा जवाब दिया जाएगा।

पाकिस्तान को घुटने पर आने को किया मजबूर
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के प्रहार ने पाकिस्तान को घुटने पर आने के लिए मजबूर कर दिया। पाकिस्तान ने डीजीएमओ को फोन कर गुहार लगाई कि बस करो, बहुत मारा। अब ज्यादा मार झेलने की ताकत नहीं है। प्लीज हमला रोक दो। भारत ने पहले ही दिन कह दिया था कि भारत ने अपने लक्ष्य पूरे कर दिए। अगर आप कुछ करोगे तो जवाब देंगे।

डंके की चोट पर अभिनंदन को लाया वापस
वहीं पीएम ने कांग्रेस पर सेना के मनोबल को तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब पायलट अभिनंदन पकड़े गए तो पाकिस्तान में खुशी का माहौल होना स्वाभाविक था, क्योंकि उनके हाथ भारतीय सेना का पायलट लगा था, लेकिन यहां पर भी कुछ लोग थे, जो कानों-कान कह रहे थे, ‘अब मोदी फंसा, अब देखते हैं, मोदी क्या करता है।’ डंके की चोट पर अभिनंदन वापस आया। पहलगाम हमले के बाद जब हमारे बीएसएफ का एक जवान पाकिस्तान के कब्जे में गया तो इन्हें लगा कि अब मोदी फंस जाएगा। अब तो मोदी की फजीहत जरूर होगी और इनके इकोसिस्टम ने सोशल मीडिया पर तमाम कथाएं वायरल कीं, बीएसएफ जवान का क्या होगा, उसके परिवार का क्या होगा? बीएसएफ का वो जवान भी आन, बान और शान के साथ वापस आया।

सेना का विरोध कांग्रेस पुराना रवैया
पीएम मोदी ने कहा कि सेना का विरोध और सेना के प्रति नकारात्मकता, ये कांग्रेस का पुराना रवैया रहा है। अभी देश ने कारगिल विजय दिवस मनाया, लेकिन देश जानता है कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में और आज तक न तो कारगिल की विजय को अपनाया है, न ही कारगिल विजय दिवस मनाया है, और न ही कारगिल का गौरव किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का भरोसा पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल से बनता है और बदलता भी है। कांग्रेस अपने नए सदस्य से कहलवाती है कि ‘आॅपरेशन सिंदूर’ तमाशा था। जिस भीषण आतंकी घटना में 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया, उस पर ये तेजाब छिड़कने वाला पाप है।

सेना ने आपरेशन महादेव को अंजाम देकर पहलगाम हमले का बदला लिया
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि कल हमारे सुरक्षा बलों ने आॅपरेशन ‘महादेव’ को अंजाम दिया और पहलगाम हमले के तीनों आतंकियों को मार गिराया, लेकिन कल यहां पूछा गया कि आज ही क्यों हुआ, क्या आॅपरेशन के लिए सावन महीने का सोमवार ढूंढा गया था। पिछले कई सप्ताह से पूछा जा रहा था कि पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ और जब आतंकियों को मार गिराया गया तो कल ही क्यों हुआ, क्या हाल है इन लोगों का। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के संबंध में सोचा तक नहीं जाता था, आज भी आत्मनिर्भर शब्द का मजाक उड़ाया जाता है। हर रक्षा सौदे में कांग्रेस अपने मौके खोजती थी। हर छोटे-छोटे हथियार के लिए विदेशों पर निर्भरता, ये इनका कार्यकाल रहा है।

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