बड़वानी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने निमाड़ के अन्नदाताओं को बड़ी सौगात दी। उन्होंने शनिवार को 1402.74 करोड़ रुपए की लागत वाली सेंधवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना और 1088.24 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाली निवाली माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन किया। कार्यक्रम बड़वानी जिले के सेंधवा कृषि उपज मंडी में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने दोनों परियोजनाओं का नामकरण करते हुये कहा कि सेंधवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना निमाड़ के गांधी श्री रामचंद्र विट्ठल के नाम पर और निवाली माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का नाम टंटया मामा के नाम पर होगा। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 58.463 करोड़ की लागत के 19 विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया।
सीएम ने कहा कि हर खेत को पानी और हर हाथ को रोजगार दिलाना हमारा संकल्प है। पारस के स्पर्श से लोहा जिस प्रकार सोना हो जाता है, उसी प्रकार धरती को पानी मिले तो वह सोना उगलती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से हम इस संकल्प को पूरा करेंगे। हम हर गांव तक और हर खेत तक पानी पहुंचाएंगे। यह पानी अगर 60-70 वर्ष पहले खेतों को मिल जाता तो आज देश की दशा ही बदल जाती।
निमाड़ के लोगों को मिला मां नर्मदा का आंचल
सीएम ने कहा कि मां नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी है और निमाड़ के लोगों को मां नर्मदा का आंचल मिला है। नर्मदा घाटी की इंदिरा सागर परियोजना और लोअर गोई परियोजना की नहरों से बड़वानी जिले में सूक्ष्म सिंचाई पहले से हो रही है। अब सेंधवा और निवाली माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना से जिले के सुदूर क्षेत्रों में किसानों को अपने खेतों तक सिंचाई के लिये पर्याप्त मात्रा में मां नर्मदा का जल उपलब्ध हो सकेगा। कार्यक्रम में मंत्री नागरसिंह चौहान, राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी, लोकसभा सांसद गजेन्द्रसिंह पटेल, पूर्व मंत्री प्रेमसिंह पटेल सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी मौजूद रहे।
वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में किया जायेगा परिवर्तित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि टंट्या मामा, भीमा नायक जैसे जनजातीय नायकों ने देश के स्वाभिमान के लिए अंग्रेजों से संघर्ष किया। उनके नाम से अंग्रेज थर्राते थे। रेल उन्हें प्रणाम करके आगे बढ़ती थी। हम उनके बलिदान को याद करते हैं और उन्हें नमन करते हैं। हमारी सरकार ने कार्यभार ग्रहण करने के 3 महीने के अल्प समय में ही खरगोन में टंट्या मामा के नाम पर विश्वविद्यालय बनाया। जनजाति भाइयों के कल्याण के लिए टंट्या मामा योजना भी चलाई गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय क्षेत्र के समग्र विकास के लिए वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में परिवर्तित करने की घोषणा की। साथ ही निवाली में विद्युत उप केंद्र प्रारंभ करने और विभिन्न नवीन मार्गो के निर्माण की घोषणा भी की।
हर पात्र व्यक्ति को मिलेगा पक्का मकान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह बदलाव का दौर है। हम हर व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाएंगे, जन कल्याण हमारा मकसद है। प्रदेश में मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें 26 जनवरी तक हर पंचायत, हर वार्ड में शिविर लगाए जा रहे हैं और शासन की विभिन्न योजनाओं का जनता को लाभ दिया जा रहा है। हमारी सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। गरीब, महिला, युवा और किसान कल्याण हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार हर व्यक्ति को पक्का मकान दिलाने के लिए भी संकल्पित है। जो व्यक्ति छूट गए हैं उनका दोबारा सर्वेक्षण कराया जाएगा।
सीएम ने हितग्राहियों को वितरित किए लाभ
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ वितरण किये। उन्होंने हितग्राहियों से संवाद कर योजनाओं के लाभ और उससे उनके जीवन में आये बदलाव के बारे में जाना। इस दौरान उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले प्रबुद्धजनों से संवाद भी किया और उनके द्वारा किये जा रहे समाज सेवा के कार्यों की जानकारी ली।