नई दिल्ली। विदेशी फंडिंग से जुड़े मामले में आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक दुर्गेश पाठक सीबीआई के राडार पर आ गए हैं। जांच एजेंसी ने गुरुवार सुबह दुर्गेश पाठक के घर पर रेड मारी है। सीबीआई से जुड़े सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी एजेंसी द्वारा दर्ज एफसीआरए (विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम) के कथित उल्लंघन के मामले से जुड़ी है। सीबीआई की छापेमारी पर आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा- गुजरात चुनाव की जिम्मेदारी मिलते ही दुर्गेश पाठक के घर सीबीआई रेड हुई है। बता दें कि हाल ही में पाठक को 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी का गुजरात सह-प्रभारी नियुक्त किया गया था।
मनीष सियोदिया ने यह भी आरोप लगाया है कि भाजपा आप के गुजरात में बढ़ते प्रभाव से ‘डरी’ हुई है, क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में पांच सीटें मिली थीं। वहीं, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा- भाजपा का गंदा खेल फिर शुरू हो गया है। गुजरात के सहप्रभारी दुर्गेश पाठक के घर सीबीआई पहुंची है। मोदी सरकार ने हमारी पार्टी को खत्म करने का हर हथकंडा अपना कर देख लिया लेकिन फिर भी उनको चैन नहीं। गुजरात में भाजपा की हालत पतली है। जैसे ही पाठक को गुजरात का सहप्रभारी बनाया गया उनको धमकाने के लिए सीबीआई भेज दी।
सौरभ भारद्वाज ने किया यह दावा
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को दावा किया कि पिछले गुजरात चुनाव के दौरान भी यही हुआ था, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आप के नेताओं को गिरफ्तार किया था। पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘पिछले गुजरात चुनावों के कारण, भाजपा की केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया था और अब जब दुर्गेश पाठक को गुजरात की जिम्मेदारी मिली है तो आज सीबीआई ने उनके घर पर छापा मारा है।’
क्या है मामला?
सीबीआई द्वारा यह कार्रवाई विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) के उल्लंघन के मामले में की गई। इससे पहले ईडी ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें कहा गया था कि 2014 से 2022 के बीच आप को विभिन्न देशों से लगभग 7 करोड़ रुपये का चंदा मिला था। इसमें 2016 में कनाडा में आयोजित एक कार्यक्रम भी शामिल है, जिसका आयोजन दुर्गेश पाठक ने किया था।