नीमच। नीमच जिले के सिंगोली थाना क्षेत्र में तीन जैन मुनियों से करीब आधा दर्जन बदमाशों ने ने मारपीट की है। घटना रविवार देर रात बजे के आसपास की बताई जा रही है। आरोपियों ने नशे में लूट के इरादे से जैन मुनियों पर लाठी और धारदार हथियार से हमला किया। इस हमले में उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। हालांकि पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जैन संतों को पीटने का मामला गरमा गया है। कांग्रेस ने सरकार को अपने निशाने पर ले लिया है। हालांकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना पर संज्ञान लेते हुए कठोर कार्रवाई के आदेश दे दिए हैं।
सीएम ने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी मिली कि कल रात को नीमच जिले के सिंगोली में कुछ लोगों ने शराब पीकर जैन मुनियों के साथ अभद्र व्यवहार किया है। हमने तुरंत टीम बनाकर उन पर कार्रवाई की है। हमने संदेश भी दिया है कि ऐसी किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा बोले, मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव का संवेदनशील नेतृत्व है। नीमच जिले में जैन मुनियों के साथ हुई अभद्र व्यवहार की घटना के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
मोहन सरकार में साधु संतों की सुरक्षा भी कटघरे में है!
इधर जैन संतों के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर मोहन सरकार को घेरा है। एमपी कांग्रेस ने लिखा कि नीमच जिले के सिंगोली में हनुमान मंदिर पर ठहरे जैन साधु संतों के साथ बदमाशों ने लूट के इरादे से मारपीट की। बदमाशों के पास धारदार हथियार भी थे, इससे संतों की जान पर भी संकट था! कानून व्यवस्था को लेकर सोई मोहन सरकार को कड़ी समीक्षा की आवश्यकता है! प्रदेश भर में साधु संतों की सुरक्षा मजबूती से सुनिश्चित की जानी चाहिए और इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर दोषियों को सजा दिलानी चाहिए!
जीतू पटवारी ने क्या कहा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि नीमच जिले के सिंगोली क्षेत्र में जैन संतों पर प्राणघातक हमले की चिंताजनक सूचना मिली! अहिंसावादी भगवान महावीर के अनुयायियों के साथ हुई यह अमानवीयता स्तब्ध करने वाली है! ऐसी जानकारी मिली है कि असामाजिक तत्वों ने नशेड़ियों के साथ मिलकर इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को अंजाम देने का दुस्साहस किया है! स्पष्ट है कानून-व्यवस्था यहां भी ध्वस्त है! मोहन सरकार सत्ता नशे को जिस निरंकुशता के साथ सरकारी संरक्षण और बढ़ावा दे रही है, उसकी आंच आज धर्म-ध्वजा उठाने वाले पूजनीय संतों तक आ पहुंची है! भाजपा सरकार को तत्काल पूरे प्रदेश में संतों की सुरक्षा को नए सिरे से निर्धारित करना चाहिए! सिंगोली घटना की त्वरित जांच व कठोर कार्रवाई भी तुरंत सुनिश्चित चाहिए!
बदमाशों ने पहले मंदिर के सामने बैठकर पी थी शराब
सिंगोली की ओर से जैन संत शैलेष मुनि, बालभद्र मुनि और मुनींद्र मुनि रविवार को विहार कर नीमच की ओर आ रहे थे। सूर्यास्त होने पर तीनों जैन संत सिंगोली थाना क्षेत्र के ग्राम कछाला स्थित हनुमान मंदिर में विश्राम के लिए रुक गए। इसी दौरान रात करीब 12 बजे तीन बाइक से कुछ बदमाश वहां पहुंचे। बदमाशों ने पहले मंदिर के सामने बैठकर शराब पी। उसके बाद मंदिर में विश्राम कर रहे जैन संतों के पास पहुंचे और उनसे रुपये मांगने लगे, जब मुनियों ने मना किया तो बदमाशों ने जैन मुनियों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
घटना पर यह बोले एसपी
घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर हिमांशु चंद्रा, एसपी अंकित जायसवाल सहित अन्य अधिकारी सिंगोली पहुंचे। यहां उन्होंने जैन संतों के स्वास्थ की जानकारी ली और जैन समाज के प्रतिनिधियों से चर्चा कर शांति बनाए रखने की अपील की। एसपी अंकित जायसवाल का कहना है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने जैन मुनि महाराज के साथ मारपीट की है। इस मामले में सिंगोली पुलिस ने फरियादी पवन पिता भगवानलाल मेहता निवासी अहिंसा पथ सिंगोली के आवेदन पर प्रकरण दर्ज कर जैन मुनियों के साथ मारपीट करने वाले आरोपी गणपत नायक, गोपाल भोई, कन्हैयालाल भोई, राजू भोई और बाबू शर्मा को गिरफ्तार किया गया, जिनको माननीय न्यायालय पेश किया जाएगा।