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महाकुंभ में रीलबाजों पर भड़के बागेश्वर धाम, बोले- अपने मकसद से भटक रहा महाकुंभ, यहां सिर्फ पर होनी चाहिए इस पर बात

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छतरपुर। बीते 13 जनवरी को संगम नगरी में महाकुंभ का शाही आगाज हो गया है। इसके बाद से अब तक करीब 10 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी में डुबकी लगा चुके हैं। खास बात यह है कि जब से प्रयागराज में महाकुंभ मेला शुरू हुआ है तब से सुर्खियों में बना हुआ है। इन सबके बीच महाकुंभ मेले में रीलबाजों की बढ़ती सख्या को लेकर बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि कुंभ अपने मुख्य मकसद से भटक रहा है। वहां रील्स नहीं रियल होना चाहिए।

पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि वहां इस बात पर बहस होना चाहिए कि किस तरह देश हिंदू राष्ट्र बनेगा। कैसे हिंदू धर्म छोड चुके मुसलमान, ईसाई को किस तरह हिंदू धर्म में वापसी हो इसकी चर्चा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह कुंभ जा रहे हैं वे भी गंगा जी में आस्था की डुबकी लगाएंगे। बता दें महाकुंभ में सबसे खूबसूरत साध्वी के वायरल वीडियो तो देखे ही होंगे, उसके बाद अब एमपी की मोनालिसा खूबसूरती की वजह से सुर्खियों में है। ब्राउन ब्यूटी के नाम से मशहूर इस लड़की को महाकुंभ में माला बेचते हुए देखा गया। किसी ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। इन्हीं वीडियो को लेकर बागेश्वर धाम ने यह बड़ा बयान दिया है। बता दें कि कुंभ मेले में आईआईटी बाबा अभय सिंह भी खूब चर्चा में हैं।

उपद्रव करने की बात कही थी
इसके पहले बागेश्वर बाबा का एक बयान वायरल था, जिसमें वे महाकुंभ में उपद्रव करने की बात कह रहे थे। उनका कहना था कि महाकुंभ में हम भी जा रहे हैं। जा ही रहे हैं तो सोचा कुछ उपद्रव कर दें। हम सोच रहे थे कि क्यों जाएं और काहें के लिए जाएं। इस बार महाकुंभ में जो हम डुबकी लगाएंगे और कथा करेंगे, वह हिंदू जगाओ और हिंदुस्तान बचाओ के लिए होगा। इसी अभियान को चलाने के लिए हम कथा कहेंगे।

कौन है हर्षा रिछारिया?
हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोल होने वालीं हर्षा रिछारिया मूल रूप से झांसी जिले के मऊरानीपुर कस्बे की रहने वाली हैं। भगवा कपड़ों में अखाड़ों के साथ स्नान करने के बाद से उन्हें लेकर कुंभ नगरी में विवाद छिड़ गया था। इसके चलते उन्होंने कुंभ नगरी छोड़ने तक का मन बना लिया था। हर्षा मूल रूप से यू-ट्यूबर हैं। उनका जन्म झांसी के मऊरानीपुर में हुआ। बाद में उनका परिवार भोपाल चला गया। हर्षा अब उत्तराखंड में रहती हैं। हर्षा ने निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से गुरु दीक्षा ली थी। मकर संक्रांति पर्व पर अखाड़ों के अमृत स्नान के दौरान हर्षा ने भगवा वस्त्र पहनकर गंगा में डुबकी लगाई।

कौन है वायरल आईआईटी बाबा?
महाकुंभ 2025 शुरू होने के साथ ही आईआईटी वाले बाबा काफी चर्चा में आ गए। जानकारी के मुताबिक आईआईटी वाले बाबा का असली नाम अभय सिंह है। उन्होंने आईआईटी मुंबई से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद कनाडा में 36 लाख रुपये के पैकेज वाली नौकरी बीच में छोड़ दी। फिर धर्म और संन्यास की राह पर निकल गए। आईआईटीयन बाबा अभय सिंह का मूल निवास हरियाणा जिला झज्जर है। इनके पिता कर्ण सिंह एडवोकेट हैं।

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