जलगांव । महाराष्ट्र के जलगांव में मंगलवार की रात बड़ा बवाल हो गया है। यहीं नहीं यहां के पलाधी गांव में मंत्री की गाड़ी की टक्कर के बाद दो गुटों के बीच हुई झड़प जलगांव सुलग उठा है। दोनों समुदायों ने जमकर आगमनी और तोड़फोड़ की है। भीड़ ने 6 गाड़ियों और 13 दुकानों को आग के हवाले कर दिया है। स्थिति को काबू में लाने के लिए जिला प्रशासन ने बुधवार सुबह क्षेत्र में 24 घंटे के कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जलगांव के कलेक्टर आयुष प्रसाद ने बताया कि कर्फ्यू एहतियात के तौर पर लगाया गया था। स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। झड़प मंगलवार रात करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुई, जिसके बाद भीड़ ने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। यह झड़प गुलाब राव पाटिल के समर्थकों और स्थानीय लोगों के बीच हुई है। मिली जानकारी के अनुसार मंत्री गुलाब राव पाटिल की गाड़ी में उनका परिवार नए साल के जश्न में शामिल होने गया था। ड्राइवर ने हॉर्न बजाने और टक्कर लगने पर गांव वालों से बहस की। इसके बाद भीड़ ने गाड़ियों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया। झगड़ेमें शिवसेना के कार्यकर्ता भी शामिल थे। बता दें कि गुलाबराव पाटिल जलगांव ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना के विधायक हैं। वह वर्तमान महायुति सरकार में जल आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री हैं।
पुलिस ने स्थिति को किया काबू
जलगांव के कलेक्टर आयुष प्रसाद ने कहा, ‘दो समूहों के बीच झड़प एक तरह की रोड रेज की घटना के बाद शुरू हुई। हिंसक भीड़ ने दुकानों में आग लगाने और वाहनों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। झड़प में कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं। 24 घंटे का कर्फ्यू बुधवार सुबह 3 बजे लगाया गया। फिलहाल, स्थिति शांतिपूर्ण है और आज सुबह किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। दोनों गुटों के बीच विवाद को सुलझाने के लिए प्रशासन शांति समिति की बैठक करेगा।’ वहीं जलगांव की अपर पुलिस अधीक्षक कविता नेरकर ने कहा कि इस घटना के संबंध में पुलिस ने कार्रवाई की है। पलाधी थाने में अज्ञात बीस-पच्चीस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस घटना में पुलिस ने मंगलवार रात में ही कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि गांव में शांति बनी रहे और कोई अफवाहों पर यकीन न करे।
मंत्री की कार से धक्का लगने के बाद शुरू हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक शिवसेना शिंदे गुट के मंत्री गुलाबराव पाटिल की कार उनकी पत्नी और परिवार के सदस्यों को लेकर जा रही थी। गांव के एक युवक को कार से धक्का लग गया और देखते-देखते भीड़ जमा हो गई। लोग उग्र होकर कार ड्राइवर के साथ गाली-गलौच करने लगे। गाड़ी में मंत्री गुलाबराव पाटिल की पत्नी होने के कारण कुछ शिवसैनिकों ने गाली-गलौच कर रहे लोगों के साथ बहस कर ली। इसके बाद दोनों गुट आपस में भिड़ गए और यहीं से पथराव और आगजनी की घटना सामने आई है।
भीड़ ने मंत्री की कार में की तोड़फोड़, ड्राइवर को पीटा
भीड़ ने मंत्री गुलाबराव पाटिल की पत्नी को ले जा रही कार के ड्राइवर की पिटाई कर दी। गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। मामला यहीं शांत नहीं हुआ। कुछ ही देर में भीड़ ने पत्थरबाजी और आगजनी शुरू कर दी। एक दर्जन से अधिक दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया और 6 गाड़ियां भी जला दी गईं। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस पलाधी गांव पहुंची। तब तक आगजनी और पथराव करने वाले भाग चुके थे। पुलिस ने गांव में सुरक्षा बढ़ा दी है और आगजनी के लिए जिम्मेदार युवकों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है। देर रात तक पथराव करने वालों और आगजनी करने वालों की तलाश जारी रही।