सागर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुंदेलखंड को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने सागर जिले के मेनपानी की पहाड़ियों में 50 करोड़ की लागत से बनने वाले भव्य इस्कॉन मंदिर की आधारशिला रखी। सीएम कार्यक्रम में उज्जैन से वर्चअली जुड़े। वहीं कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद लता वानखेड़े और नरयावली विधायक प्रदीप लारिया मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सागर जिले में अक्षय तृतीया पर सनातन संस्कृति के सूर्य का उदय हो रहा है। बुंदेलखंड महावीरों की धरती है। ऐसे में भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के जीवन के प्रसंग का अदभुत समन्वय बनेगा। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के संदेश और भारतीय संस्कृति को इस्कॉन संस्था ने विश्वभर में फैलाया है। भारतीय संस्कृति के प्रसार में इस्कॉन की भूमिका वैश्विक है। इस्कॉन इंटरनेशनल ने भगवान श्रीकृष्ण के विचारों एवं आदर्शों को देश में और विदेशों में जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भगवत गीता को जन-जन तक पहुंचाने इस्कान की बड़ी भूमिका
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के मुखारविन्द से निकले प्रत्येक वचन को 18 अध्याय में संकलित किया गया है, जिसे हम ‘भगवत गीता’ कहते है। इन्हें जन-जन तक पहुंचाने में इस्कॉन इंटरनेशनल की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्यमंत्री ने मंदिर निर्माण के लिए भूमि प्रदान करने वाले विवेक यादव एवं उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी क्षेत्रों में विकास के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार के साथ जब समाज सहयोगी बनता है तो असंभव माने जाने वाले कार्य भी संभव हो जाते हैं।
संस्कारों से हमें प्राप्त होती है सुख-शांति
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि आज के दौर में संस्कारों की आवश्यकता है। संस्कारों से हमें सुख-शांति प्राप्त होती है और अपना जीवन भी सुखपूर्वक व्यतीत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के बाहर एवं भारत के अंदर इस्कॉन मंदिर की अनुयायी रहते हैं। अब सागरवासियों के साथ संपूर्ण बुंदेलखंड के लिए इस्कॉन मंदिर के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम धर्म को बढ़ावा देने के लिए इस्कॉन मंदिर परिवार का अभिनंदन करते हैं।
रोजगार और पर्यटन के बढ़ेंगे अवसर
वहीं मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सागर में मंदिर बनने पर सागर के लोगों को रोजगार और पर्यटन के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि यह सागर के लिए गौरव की बात है कि हमारे यहां इस्कॉन मंदिर का निर्माण हो रहा है। मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि इस्कॉन इंटरनेशनल के पूरे विश्व में अनुयायी है, जो अब सागर आएंगे। उन्होंने कहा कि इस्कॉन मंदिर ट्रस्ट धर्म के साथ-साथ समाज सेवा का कार्य भी करता है।
मेनपानी बनेगा पर्यटन केंद्र
प्राकृतिक सुंदरता की दृष्टि से मेनपानी एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह सागर शहर के बहुत नजदीक स्थित पर्वतीय क्षेत्र है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा धार्मिक और पर्यटन को प्राथमिकता दी जा रही है। इस नाते मेनपानी इस्कॉन मंदिर का निर्माण हो जाने से आने वाले कल का एक महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र बनेगा। प्रदेश के एकमात्र केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कारण सागर का उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्व है। औद्योगिक क्षेत्र में हो रही प्रगति का लाभ भी सागर को बड़े पैमाने पर प्राप्त होगा। अनेक परियोजनाओं के प्रारंभ होने से सम्पूर्ण अंचल की अर्थव्यवस्था में परिवर्तन आएगा। केन-बेतवा जैसी महत्वपूर्ण परियोजना सागर के साथ ही निकटवर्ती जिलों के लिए लाभकारी होगी। संत रविदास स्मारक एवं अन्य पुरातात्विक और पर्यटन महत्व के स्थानों के विकास के कार्य भी सागर में हो रहे हैं।