इंदौर। इंदौर में सोमवार की शाम दिल झकझोर देने वाले ट्रक हादसे पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लिया है। घायलों का हाल जानने इंदौर पहुंचे सीएम ने एसीपी, एएसआई समेत 8 को जिम्मेदारों को तत्काल प्रभाव से संस्पेंड कर दिया है। अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही डीसीपी को भोपाल अटैच कर दिया है। वहीं मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए और घायलों को 1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
बता दें कि इंदौर में सोमवार शाम को तेज रफ्तार ट्रक एयरपोर्ट के पास करीब एक किलोमीटर तक काल बनकर दौड़ा। बेकाबू ट्रक ने कई लोगों और वाहनों को रौंदा और टक्कर मारी। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं इलाज के दौरान एक और युवक ने दम तोड़ दिया। 12 घायलों को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हादसे ने मानवता को झकझोकर रख दिया था। मुख्यमंत्री ने भी गहरा दुख व्यक्त किया था।
कॉन्स्टेबल पंकम-अनिल और आॅटो चालक होंगे पुरस्कृत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कलेक्टर कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा- दुर्घटना अत्यंत हृदय विदारक थी और उस पीड़ा से वे रात भर परेशान भी रहे। हादसे में मृतक के परिजन को 4-4 लाख रुपए की सहायता की जाएगी। वहीं घायलों को 1-1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और उनके इलाज का खर्चा सरकार देगी। सीएम ने आगे कहा कि कॉन्स्टेबल पंकज यादव और अनिल कोठारी आॅटो रिक्शा चालक को अच्छा काम करने के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। एसीएस होम घटना की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट देंगे।
इन अफसरों पर गिरी गाज
सीएम डॉ. मोहन ने इंदौर पुलिस उपायुक्त को हटाकर भोपाल अटैच कर दिया है। सहायक पुलिस आयुक्त सुरेश सिंह, अरक प्रेम सिंह, सुपरकोरिडोर सूबेदार चंद्रेश मरावी और एरोड्रम निरीक्षक दीपक यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। ड्यूटी पर मौजूद सभी कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। एसीएस घटना की पूरी जांच कर विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे।
घायलों से मिले सीएम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख जताया है। वे इंदौर के अस्पतालों में भर्ती घायलों से मिलने पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर शिवम वर्मा से कहा कि पीड़ितों के इलाज में किसी तरह की कोई कमी न रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पीड़ित संदीप बिजवा और अनिल नामदेव से बात कर स्वास्थ्य की जानकारी ली। हादसे को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा- जांच के लिए अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोशिश करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। सुशासन के सिस्टम में कभी-कभी ऐसी घटनाएं हम सभी के लिए पीड़ादायक होती है।
घटना पर हाईकोर्ट ने भी लिया संज्ञान
इधर, इस घटना पर जबलपुर हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की बेंच ने सुमोटो लेते हुए इंदौर पुलिस कमिश्नर को तलब किया है। हाईकोर्ट ने कहा कि अगली सुनवाई में इंदौर पुलिस कमिश्नर वर्चुअली हाजिर हों और यह बताएं कि शहर में नो-एंट्री रहते हुए ट्रक कैसे घुस गया। हाईकोर्ट ने मामले पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। 23 सितंबर को अगली सुनवाई होगी।