बंगलूरू । बेंगलुरु में बीते चार जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की विक्ट्री परेड से पहले हुई भगदड़ मामले में जिम्मेदारों पर एक्शन शुरू हो गया है। कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को जहां पुलिस कमिश्नर समेत 8 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया हे। वहीं मामले में शुक्रवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के चार अधिकारियों को क्राइम ब्रांच और बंगलूरू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भगदड़ मामले में पुलिस ने यह पहली गिरफ्तारी की है। यही नहीं यह गिरफ्तारी इस मामले में बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है और इससे आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।
बता दें कि भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 56 अन्य घायल हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। जिसके बाद यह एक्शन हुआ है। पुलिस ने यह कार्रवाई गुरुवार को आरसीबी, इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) के खिलाफ दर्ज एफआईआर के बाद की है। जानकारी के मुताबिक, निखिल सोसाले मुंबई भागने की फिराक में थे और जैसे ही वह एयरपोर्ट पहुंचे, पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। निखिल से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि बेंगलुरु में आरसीबी की जीत के बाद हुई विक्ट्री परेड से पहले हुई भगदड़ में और अव्यवस्था में उनकी भूमिका कितनी गंभीर थी।
निखिल के अलावा पुलिस ने इस मामले में तीन और लोगों को हिरासत में लिया है, इनसे भी गहन पूछताछ की जा रही है। फिलहाल पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कार्यक्रम के आयोजन में किन-किन नियमों की अनदेखी की गई, किसकी अनुमति से आयोजन हुआ, और क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।
कर्नाटक सीएम ने डीजीपी को दिए थे यह सख्त निर्देश
इससे पहले गुरुवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुलिस कमिश्नर समेत 8 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था। वहीं राज्य के डीजीपी और आईजीपी को निर्देश दिया था कि वे भगदड़ के सिलसिले में आरसीबी और डीएनए इवेंट मैनेजर्स और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) के प्रतिनिधियों को तुरंत गिरफ्तार करे। प्रथम दृष्टया उनकी ओर से ही गैरजिम्मेदारी और लापरवाही दिखाई गई। इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई।