24.2 C
Bhopal

आपरेशन सिंदूर: राहुल पर फिर भड़के सिंधिया, कहा- उनकी फितरत ही हैऐसी, जानें क्या मामला

प्रमुख खबरे

ग्वालियर। आपरेशन सिंदूर के बाद से देश की सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा विदेश मंत्री एस जयशंकर को लेकर दिए बयान पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तीखा हमला बोला है। ग्वालियर में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि राहुल गांधी जी की यही आदत है कि वे देश की एकता, अखंडता और देश के मान-सम्मान पर प्रश्न उठाते हैं। जहां140 करोड़ जनता एकजुट हो रही है, वहीं कुछ तत्व ऐसे हैं जो भारत की प्रभुता और भारत की एकता पर प्रश्न उठाते हैं।

सिंधिया ने राहुल पर आगे भी निशाना साधते हुए कहा कि जब सामने आतंकवादी और दुश्मन हों, उस समय भी प्रश्न करना क्या सीमा से बैर नहीं है? यह कैसी विचारधारा है, शायद आप भी इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाएंगे और न ही हम। बता दें कि राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर आरोप लगाया है कि आॅपरेशन सिंदूर से पहले उन्होंने पाकिस्तान को हमले की जानकारी दे दी थी। राहुल के इसी आरोप पर सिंधिया ने पलटवार किया है।

वहीं सिंधिया ने राइजिंग नॉर्थ ईस्ट समिट को लेकरकहा कि नई दिल्ली में प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में उत्तर-पूर्वी राज्यों का ऐतिहासिक निवेश समिट आयोजित हुआ। इतिहास में पहली बार भारत सरकार द्वारा, प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में, उनकी आशा और अभिलाषा के अनुरूप, आठों उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए निवेश सम्मेलन का आयोजन किया गया।

पीएम की मौजूदगी ने समिट को बनाया ऐतिहासिक
हमने नौ रोड शो किए, सातों राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल े साथ। इन आठों राज्यों को मिलाकर बेंगलुरु, चेन्नई, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद और इंदौर में यह रोड शो आयोजित हुए। इसके बाद, एक-एक औद्योगिक समूह से दिल्ली और मुंबई में मेरी स्वयं की मुलाकात हुई। आज प्रधानमंत्री के आशीर्वाद और हमारी मेहनत के फलस्वरूप यह विश्वस्तरीय अंतरराष्ट्रीय निवेश समिट आठों राज्यों के लिए दिल्ली में आयोजित हुआ। प्रधानमंत्री की उपस्थिति ने इस समिट को ऐतिहासिक बना दिया।

4,01,800 करोड़ के निवेश एमओयू
कार्यक्रम में 4,01,800 करोड़ के निवेश के एमओयू और एलओआई घोषित किए गए हैं। हर एक राज्य के लिए कम से कम 20,000 करोड़ का निवेश इसमें शामिल है। खास बात यह है कि भारत के सबसे बड़े औद्योगिक समूहों के अध्यक्षगण इस समिट में शामिल हुए। 50 देशों के राजदूत इसमें उपस्थित रहे। देशभर से उद्यमी भी शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी के वक्तव्य ने संपूर्ण देश को मंत्रमुग्ध कर दिया। उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के प्रति हमारा संकल्प है कि ये निवेश जमीन पर उतरेंगे। समूचे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के लिए एक रणनीतिक रोडमैप तैयार हो रहा है। इससे पहले हम “अष्ट लक्ष्मी कार्यक्रम” भी कर चुके हैं।

- Advertisement -spot_img

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

ताज़ा खबरे