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मप्र की पंचायतें नगर परिषद में होंगी अपग्रेड,मेट्रोपोलिटिन एरिया में शामिल होंगे 5 जिले

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मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश में दो महानगर बनाने का प्रस्ताव रखी है. इसको लेकर काम भी शुरू हो गया है. भोपाल और इंदौर के आसपास के जिलों को मिलाकर महानगर बनाया जाना है. मेट्रोपॉलिटन के रूप में विकास से यहां निवेश और औद्योगिक विकास की प्रक्रिया तेज होगी. ऐसे में मेट्रोपॉलिटिन एरिया में आने वाली बड़ी ग्राम पंचायतों को नगर परिषद में अपग्रेड किया जाएगा. आइए जानते हैं एमपी की कौन-कौन सी ग्राम पंचायतों को नगर परिषद का तोहफा मिलेगा और किन-किन जिलों के एरिया को मिलाकर महानगर बनाया जाएगा.

ये शहर बनेंगे महानगर

दरअसल, मध्य प्रदेश के दो प्रमुख शहर राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर को महानगर बनाना प्रस्तावित है. इसके लिए कार्य भी शुरू हो गया है. हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इससे संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने बताया कि प्रस्तावित मेट्रोपॉलिटिन क्षेत्रों में वर्तमान में पर्याप्त औद्योगिक गतिविधियां संचालित हो रही हैं. मेट्रोपॉलिटन के रूप में विकास से यहां निवेश और औद्योगिक विकास की प्रक्रिया तेज होगी.

इंदौर-उज्जैन महानगरीय क्षेत्र

इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया में पांच जिले इंदौर, देवास, उज्जैन, धार और शाजापुर को शामिल किया जा रहा है. इसमें कुल क्षेत्रफल करीब 9 हजार वर्ग किमी का होगा. इस एरिया की आबादी 55 लाख के करीब होगी.

भोपाल मेट्रोपॉलिटन एरिया

भोपाल मेट्रोपॉलिटन एरिया में भोपाल- सीहोर- रायसेन-विदिशा और राजगढ़ जिले के ब्यावरा को शामिल किया जा रहा है. पूरा भोपाल मेट्रोपॉलिटन रीजन लगभग 8,791 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र कवर करेगा. इस एरिया की आबादी  75 लाख के करीब हो सकती है.

ये ग्राम पंचायतें होंगी अपग्रेड

अब बात उन ग्राम पंचायतों की जिन्हें अपग्रेड करके नगर परिषद बनाया जाएगा. मेट्रोपॉलिटिन एरिया गठन से संबंधित बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नई नगर परिषदें बनाने की अहम बात कही. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित मेट्रोपॉलिटन क्षेत्रों की पंचायतों को आवश्यकतानुसार नगर परिषद के रूप में विकसित किया जाए.

इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया में 1756 गांव

मध्य प्रदेश सरकार मेट्रोपॉलिटन प्लानिंग एंड डेवलपमेंट एक्ट 2025 का ड्राफ्ट तैयार करने की नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग को मंजूरी दे चुकी है. इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया का कुल क्षेत्रफल करीब 9 हजार वर्ग किमी का होगा. इसमें करीब 1756 गांव और 19 निकाय शामिल होंगे. इनमें से आवश्यकता अनुसार ग्राम पंचायतों को नगर परिषद में अपग्रेड किया जाएगा.

मेट्रोपॉलिटन सिटी में ये ग्राम पंचायतें शामिल

वहीं, भोपाल मेट्रोपॉलिटन सिटी की प्रारंभिक योजना में भोपाल की 59 ग्राम पंचायतें और रायसेन जिले के मंडीदीप की 9 ग्राम पंचायतें शामिल की गई थीं. हालांकि इसमें कई नए एरिया भी जोड़े जाएंगे. ऐसे में भोपाल और इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया में आने वाली कई पंचायतों को नगर परिषद के रूप में अपग्रेड किया जाएगा.

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मेट्रोपॉलिटन सिटी के डवलपमेंट से संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में सीएम ने इन क्षेत्रों में परस्पर कनैक्टिविटी बढ़ाने की आवश्यकता जताई. इसके लिए उन्होंने बसाहटों, यातायात, सार्वनिक परिवहन, अधोसंरचना, जल आपूर्ति, सीवरेज, विद्युत आपूर्ति और प्रकाश व्यवस्था आदि की समन्वित रूप से कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने को कहा.

 

 

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