भोपाल। मप्र में जल संरक्षण को लेकर राज्य सरकार ने जल गंगा संवर्धन अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अभियान की 30 अप्रैल को क्षिप्रा तट से की थी। सीएम मोहन के इस अभियान में आम से लेकर खास तक सभी अपना योगदान दे रहे हैं। इसी कड़ी में जल संसाधन विभाग मंत्री तुलसी राम सिलावट ने बुधवार को ‘जल गंगा संवर्धन’ अभियान के अंतर्गत केरवा डैम के समीप श्रमदान किया। इस दौरान उनहोंने नागरिकों से जल की एक-एक बूंद को संरक्षित करने का आह्वान किया।
मंत्री सिलावट ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संकल्प को पूरा करने और नदियों एवं तालाबों के संवर्धन के लिए प्रदेश में 30 मार्च से 30 जून तक ‘जल गंगा संवर्धन’ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में जल स्रोतों के संरक्षण, जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य व्यापक पैमाने पर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सभी अपनी सक्रिय भागीदारी से सफल बनाएं।
इन्होंने भी किया श्रमदान
केरवा डैम, भोपाल के समीप जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आयोजित किए गए श्रमदान कार्यक्रम में विधायक भगवानदास सबनानी, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक विष्णु खत्री, तीरथ मीणा, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रमोद राजपूत, सरपंच मीरा तोमर, पर्यावरण विद अभिलाष खांडेकर, विभागीय अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
मंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
मंत्री सिलावट ने अधिकारियों को जल स्रोतों के सौंदर्यीकरण और गहरीकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के तालाबों पर हर प्रकार के अतिक्रमण को तत्काल हटाने के भी सख्त निर्देश दिए। सिलावट ने कहा कि जल संकट का समाधान जल गंगा संवर्धन अभियान में निहित है। उन्होंने झाबुआ जिले की प्रसिद्ध हलमा प्रथा से प्रेरणा लेते हुए सभी से अपने जीवन में कम से कम 1 घंटा श्रमदान करने का आग्रह किया।