भोपाल। मप्र सरकार का पूरा फोकस अब जैविक खेती की ओर है। इसको और बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। जैविक खेती पर आधारित कार्यशाला भोपाल के बरखेड़ी कलां में आयोजित की जा रही है। इस दौरान सीएम ने किसानों को जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए और राज्य सरकार के प्रयासों को साझा किया। मुख्यमंत्री ने एक जिला, एक उत्पाद योजना के तहत लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने जैविक खेती से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं के स्टॉल देखे और किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं और अनुभव जाने। कार्यक्रम में कृषि विकास और किसान कल्याण मंत्री एदल सिंह कंसाना भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार इस साल को ‘उद्योग वर्ष’ के रूप में मना रही है और कृषि प्रधान प्रदेश में खेती को भी एक उद्योग के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही, जैविक खेती के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है और उसे प्रोत्साहन देने के लिए हर संभव मदद करेगी। उन्होंने सुझाव दिया कि जैविक उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए मेलों का आयोजन किया जाना चाहिए, जैसे कि वन मेला, कार्तिक मेला और व्यापार मेला होते हैं, वैसे ही जैविक उत्पाद मेला भी आयोजित किया जाए, ताकि लोगों में जागरूकता फैलाई जा सके।
केमिकल से बचाना होगा खेती को
सीएम ने कहा है कि हमें खेती में केमिकल के उपयोग से बचना है। रसायन का अनावश्यक उपयोग जीवन शैली को बिगाड़ रहा है। उन्होंने जैविक और प्राकृतिक खेती में फर्क बताते हुए कहा कि जो अपने खाने के काम आए वह प्राकृतिक और जो विदेश के खाने के काम आए वह जैविक है। जैविक और प्राकृतिक खेती का बाजार हमारे प्रदेश में ही होना चाहिए। आने वाले समय में पांच लाख एकड़ में जैविक खेती का टारगेट रखना होगा। हर साल इसमें वृद्धि करना है।
जैविक खेती के लिए आदर्श गांव स्थापित किए जाएं
मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र में नवीनीकरण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि कृषि को उद्योग की तरह विकसित करने की दिशा में चिंतन किया जाए और जैविक खेती के लिए आदर्श गांव भी स्थापित किए जाएं। जैविक खेती के दौरान इस बात का ख्याल भी रखा जाए कि प्राकृतिक व्यवस्था पर कोई प्रभाव न पड़ें इसके अलावा, उन्होंने सरकार के नागपुर मॉडल पर काम करने की योजना का भी उल्लेख किया और यह सुनिश्चित करने की बात की कि इस दिशा में मध्य प्रदेश अपना खुद का मॉडल तैयार करेगा। सीएम ने अंत में यह भी कहा कि जैविक खेती के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार मिलकर कई कार्यक्रम चला रही हैं, ताकि खेती को प्रोत्साहित किया जा सके और किसानों को नई तकनीक से लाभ हो सके।
कृषि आधारित उद्योगों पर फोकस करेगी सरकार
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि जैविक और प्राकृतिक खेती करने वाले को सोलर पम्प देंगे ताकि बिजली संकट से उनको राहत मिले। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि कृषि आधारित राज्य में कृषि के लिए पूरे साल का प्लान बनाएं। कृषि आधारित उद्योगों पर सरकार फोकस करेगी। सरकार इसके लिए प्रोत्साहन देने का भी काम करेगी। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से गौशालाओं का संचालन कराने पर सरकार काम कर रही है। महानगरों में कृषि आधारित व्यवस्था के आधार पर आस-पास के जिलों को जोड़ते हुए जैविक उत्पादों के मेले लगाए जाएं।
जीवों को बीमारियों से कैसे बचाया जाए, इस पर चर्चा होगी-कंसाना
कृषि विकास और किसान कल्याण मंत्री एदल सिंह कंसाना ने कहा कि बढ़ती हुई बीमारी पर रोक लगाने के लिए यह कार्यक्रम हो रहा है। जैविक खेती पर जोर देने के हो रही कार्यशाला में किसान और सभी जीवों को बीमारियों से कैसे बचाया जाए, इस पर चर्चा होगी। जानलेवा बीमारियों को रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इस पर जोर दे रहे हैं। खेती करने के मौजूदा दौर में रासायनिक उर्वरकों, खरपतवार नाशकों एवं कीटनाशकों के बढ़ते उपयोग के कारण भूमि एवं वातावरण में हानिकारक तत्वों की मात्रा में बढ़ोतरी हो रही है, जिसके कारण पर्यावरण, मिट्?टी की उर्वरता तथा मानव स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।