भोपाल। गौंड साम्राज्य की वीरांगना रानी दुर्गावती का आज सोमवार को बलिदान दिवस है। इस खास मौके पर मप्र के मुख्यमंत्री मोहन यादव जबलपुर के दौरे पर गए और रानी दुर्गावती की समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की। वीरांगना रानी दुर्गावती बलिदान दिवस कार्यक्रम में जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धमेन्द्र सिंह लोधी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन ने दो बड़े ऐलान भी किए।

सीएम मोहन ने कहा कि जबलपुर एयरपोर्ट और मदन महल से होकर गुजरने वाला फ्लायओवर वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम से जाना जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जबलपुर-मंडला के बीच सबसे बड़ा स्टेडियम बनाया जाएगा। इसके लिए केन्द्र सरकार से अनुमति दिलाने का प्रयास मप्र सरकार करेगी। यह उनकी वीरता और पराक्रम को आदरांजलि है। सीएम रानी दुर्गावती की तारीफ करते हुए कहा कि वह न केवल अकबर की सेना को तीन बार परास्त किया अपितु सुशासन और जल प्रबंधन के क्षेत्र में भी कई नवाचार करते हुए क्षेत्र को जनोन्मुखी शासन व्यवस्था प्रदान की। उन्होंने कहा कि अकबर का दौर कठिनकाल था, एक ओर जहां महाराणा प्रताप उससे संघर्ष कर रहे थे, वहीं वनांचल में वीरांगना रानी दुर्गावती ने अकबर की सेना से लोहा लिया।
रानी दुर्गावती के जीवन के बारे में बच्चे
डॉ. यादव ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन, उनके पराक्रम और सुशासन के लिए किए गए नवाचारों को देश-दुनिया के सामने लाने के उद्देश्य से इन्हें पाठ्यक्रम में शामिल करने के साथ-साथ इन विषयों पर सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे। वीरांगना रानी दुर्गावती के विविध पक्षों को सामने लाने के लिए 5 लाख रूपए का पुरस्कार भी घोषित किया गया है। जबलपुर सहित प्रदेश में प्रतिमाह सांस्कृतिक एवं बौद्धिक आयोजन भी होंगे।

मुख्यमंत्री का जनजातीय परम्परा से किया स्वागत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का समाधि स्थल पर बैगा जनजातीय नर्तक दल ने बैगा नाचा नृत्य से स्वागत किया। मुख्यमंत्री को जनजातीय नर्तकों ने खुमरी पहनाई। डॉ. यादव भी इस मौके पर कुछ अलग अंदाज में नजर आये। उन्होंने मोहगांव, मंडला से आये इन जनजातीय नर्तकों के साथ मादल की थाप पर नृत्य किया।