नई दिल्ली। बीते 6-7 मई की दरमियानी रात भारत द्वारा पाकिस्तान में किए गए आपरेशन सिंदूर की उपलब्धियों का खुलासा भारतीय सेना ने कर दिया है। रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती आॅपरेशन सिंदूर सफलता की एक-एक जानकारी दी। सेना ने बताया कि आॅपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और 9 टेरर कैंप्स को ध्वस्त किया। इस आॅपरेशन में कंधार विमान अपहरण और पुलवामा के साजिशकर्ताओं समेत 100 से अधिक आतंकी ढेर हुए। वहीं एलओसी पर 40 से अधिक पाकिस्तानी आर्मी के जवानों को भी मार गिराया है।
शीर्ष सैन्य अधिकारी ने यह भी पुष्टि की कि ‘आॅपरेशन सिंदूर’ को एक स्पष्ट मिलिट्री टारगेट के साथ अंजाम दिया गया था- आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को सजा देना और उनके आतंकी ढांचे को नष्ट करना।’ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, ‘मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हमने पूरी तरह से सरप्राइज अटैक किया। 9 आतंकी अड्डों पर की गई इन स्ट्राइक्स में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, जिनमें कई हाई-वैल्यू टारगेट भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि सेना ने एयर स्ट्राइक में यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद को भी मार गिराया। बता दें कि यूसुफ अजहर कउ-814 प्लेन हाईजैक का मास्टरमाइंड था और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था। वहीं अब्दुल मलिक रऊफ कउ-814 हाईजैकिंग के साथ-साथ पुलवामा हमले की साजिश में भी शामिल था।
मसूद अजहर का साला ढेर
मोहम्मद यूसुफ अजहर को ‘उस्ताद जी’, ‘मोहम्मद सलीम’ और ‘घोसी साहब’ के नाम से भी जाना जाता था। वह भी जैश-ए-मोहम्मद का एक प्रमुख कमांडर था। यूसुफ जैश चीफ मौलाना मसूद अजहर का साला था। वह जैश-ए-मोहम्मद के लिए वेपन ट्रेनिंग का जिम्मा संभालता था यानी आतंकियों को मिलने वाले हथियार प्रशिक्षण की देखरेख करता था। मोहम्मद यूसुफ अजहर जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल और आईसी-814 कंधार हाईजैक मामले में भारत को उसकी तलाश थी। इस हाईजैक के चलते 1999 में भारत को मसूद अजहर को रिहा करने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
40 पाकिस्तानी जवानों को मारा’
मिलिट्री आॅपरेशन के डायरेक्टर जनरल राजीव घई ने बताया कि भारत ने सीमापार से पाकिस्तानी की गोलाबारी का मजबूती के साथ जवाब दिया है। इस आॅपरेशन में जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय सेना ने सिर्फ एलओसी पर ही पाकिस्तानी आर्मी के 30-40 जवानों और अफसरों को मार गिराया है। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से जवाबी हमले से बचने के लिए पाकिस्तान ने नागरिक विमानों को ढाल बनाया, लेकिन हमने किसी भी नागरिक विमान को निशाना नहीं बनाया, बल्कि पाकिस्तान में सैन्य ठिकानों को भी नुकसान पहुंचाया है।
तीनों सेनाओं के आॅपरेशंस डायरेक्टर
सेना की ओर से बताया गया कि आॅपरेशन सिंदूर के तहत बहावलपुर और मुरीदके में स्थित आतंकियों के अहम ठिकानों को भी टारगेट किया गया, जिसमें काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों और एयर स्ट्रिप को छोटे ड्रोन और वअश्२ के जरिए निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने हर हमला नाकाम किया है।