भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को उमरिया जिले के पाली में पेसा सम्मेलन को संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 14.71 करोड़ की लागत वाले चार कार्यों का भूमि-पूजन और 39.14 करोड़ की लागत वाले 22 कार्यों का लोकार्पण किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिए मप्र सरकार संकल्पित है। जनजाति समुदाय को 2022 में पेसा एक्ट की सौगात मिली। इसके अंतर्गत कई प्रकार के विकास कार्य हुए हैं। प्रदेश में 5300 से अधिक पंचायतों ने पेसा एक्ट के माध्यम से सहभागिता बढ़ाई है। प्रदेश के जनजाति बहुल 88 विकासखंडों के गरीब से गरीब व्यक्ति के परिवार में सवेरा आए, इसके लिए सरकार हर स्तर पर कार्य कर रही है। युवाओं के लिए एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले जनजातीय योध्दाओं के बलिदान को स्कूल एवं कॉलेज के पाठ्यक्रमों में शामिल किया गया है। जनजातीय वर्ग की श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के राष्ट्रपति बनने से दुनिया में एक अलग संदेश पहुंचा है। प्रदेशभर में सांदीपनि विद्यालय खोलकर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है। इस अवसर पर शहडोल सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह, बांधवगढ विधायक शिव नारायण सिंह, पूर्व सांसद ज्ञान सिंह, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय के नागरिक उपस्थित थे।
अटलजी के नाम पर प्रदेशभर में लगाए जाएंगे किसान मेले
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के 100वें जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में वर्षभर उन्हें समर्पित किसान हितैषी आधुनिक मेले प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में लगाएगी। किसानों को खेती की नई तकनीक और उन्नत बीज उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। कृषि आधारित उद्योग स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों की आय बढ़ाने के प्रयासों के साथ-साथ उद्योग और निवेश को भी बढ़ा रहे हैं। साल 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया गया है। भोपाल में 12 से 14 अक्टूबर को भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित बड़ा आयोजन किया जाएगा और इससे पहले प्रदेश भर में गरीब, किसान और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कई कार्यक्रम किए जाएंगे।
लाड़ली बहना योजना में राशि बढ़ाई जाएगी
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में हर महीने राशि भेजकर रक्षाबंधन मना रही है। लाड़ली बहना योजना की राशि पहले 1000 से बढ़ाकर 1250 रुपए की गई। इसे धीरे-धीरे 3000 रुपए प्रति माह तक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में तो बेटियां जन्म लेते ही लाड़ली लक्ष्मी बनकर लखपति हो जाती हैं। प्रदेश में सभी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए लाभकारी योजनाओं की सौगात दी गई है।