भोपाल में आईजी इंटेलिजेंस डॉ. आशीष के मोबाइल लूट मामले में अपडेट आया है। अब पुलिस ने तीसरे आरोपी को भी पकड़ लिया है।
इससे पहले आरोपियों के कब्जे से लूटा गया मोबाइल फोन और वारदात में उपयोग की गई बाइक बरामद की गई थी।
राजधानी के चार इमली इलाके में आईजी इंटेलिजेंस डॉ. आशीष के मोबाइल लूटने के मामले में फरार चल रहे तीसरे बाल अपचारी को पुलिस ने आखिरकार शनिवार को पकड़ने में सफलता प्राप्त कर ही ली।
इससे पहले बीते शुक्रवार को इस लूट के मामले में मुख्य आरोपी कोलार कॉलोनी, चूनाभट्टी निवासी आदित्य कंजरिया को गिरफ्तार किया गया था, साथ ही एक बाल अपचारी को भी निरुद्ध कर उनकी निशानदेही से लूटा गया मोबाइल और वारदात में उपयोग की गई बाइक भी बरामद कर लिए थे।
हबीबगंज पुलिस के मुताबिक, डॉ. आशीष 23 सितंबर की रात करीब 10:15 बजे भोजन के बाद टहलने निकले थे, तभी बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उनके हाथ से दो मोबाइल छीने।
इनमें से एक आईफोन मौके पर ही गिर गया, जबकि दूसरा मोबाइल आरोपी लेकर भागने में कामयाब हो गए थे, जिसे उन्होंने स्वर्ण जयंती पार्क में दो फीट गड्ढा खोदकर दबा दिया था।
मामला दर्ज होते ही क्राइम ब्रांच समेत आधा दर्जन थानों की पुलिस टीम ने लगातार 45 घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी एक बाल अपचारी और उसके साथी आदित्य कंजरिया को दबोच लिया, वहीं वारदात में शामिल तीसरा आरोपी एक अन्य बाल अपचारी हाथ नहीं लगा। पुलिस टीमों ने कड़ी मशक्कत करते हुए शनिवार को फरार हुए तीसरे आरोपी बाल अपचारी को भी निरुद्ध कर लिया।
चार इमली की इस वारदात के कुछ ही मिनट बाद बदमाशों ने शिवाजी नगर में रहने वाले रमनीश तिवारी के बेटे वैभव तिवारी का मोबाइल भी लूट लिया था। तिवारी वर्तमान में मंत्रालय में पदस्थ हैं और पहले पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के ओएसडी रह चुके हैं।
वैभव के परिजनों ने हबीबगंज थाने में शिकायत दी है, लेकिन अब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। इस घटना को लेकर थाना पुलिस और भोपाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।