पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ये गिरफ्तारी बेहद परेशान करने वाली है. उन्होंने केंद्र सरकार के कार्यों की तीखी आलोचना और बेतुकी तुलना की है.
मुफ़्ती ने कहा कि वांगचुक जीवन भर शांति और अहिंसा के पक्षधर रहे और उन्हें सरकार को उसके वादों के प्रति जवाबदेह ठहराने की सजा मिल रही है. उन्होंने सवाल किया कि ऐसा व्यक्ति सलाखों के पीछे कैसे पहुंच सकता है.
मुफ्ती ने एक्स पर लिखा, ‘सोनम वांगचुक की गिरफ़्तारी बेहद परेशान करने वाली है. शांति, स्थिरता और सच्चाई के आजीवन समर्थक रहे सोनम को सिर्फ अपने वादों को पूरा करने की मांग करने की सजा दी जा रही है. लेह में कर्फ्यू है और इंटरनेट बंद है.
आज सत्ता के सामने सच बोलने की भारी कीमत चुकानी पड़ती है, वरना एक ऐसा व्यक्ति जो जीवन भर शांति और अहिंसा के पक्ष में खड़ा रहा, सलाखों के पीछे कैसे पहुंच सकता है.’
उन्होंने गृह मंत्रालय द्वारा वांगचुक के संगठन (SECMOL) का FCRA लाइसेंस रद्द करने को निराशा बताया. मुफ्ती ने सुझाव दिया कि सरकार असली मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय वांगचुक जैसे नेताओं को बलि का बकरा बना रही है.
वांगचुक को आज दोपहर लद्दाख पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले गिरफ़्तार कर लिया. एक अज्ञात स्थान पर संक्षिप्त पूछताछ के बाद, वांगचुक को जोधपुर जेल भेज दिया गया.