सीहोर। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और केन्द्रीय कृषि कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को एक बार फिर सीहोर के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने बुधनी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम तालपुरा में जन संवाद कार्यक्रम में शिरकत की और जनता से संवाद किया। कार्यक्रम में मौजूद भाजपा नेता ओर कार्यकर्ताओं ने शिवराज सिंह चौहान का स्वागत किया।
खास बात यह रही की कार्यक्रम के दौरान एक मार्मिक दृश्य भी देखने को मिला। दरअसल जब शिवराज जनता से संवाद कर रहे थे। तभी आर्थिक तंगी से लाचार पिता शिवराज के पास पहुंचा और अपनी पीड़ा बताई। उन्होंने रोते हुए बताया कि एक हादसे में उसके छोटे बेटे का हाथ कट गया है, जो भोपाल के एम्स में भर्ती है, लेकिन गरीबी के चलते वह इलाज नहीं करा पा रहा है। गरीब पिता की पीड़ा सुनकर शिवराज भावुक हो गए और बिना देर किए मंच से उन्होंने सीधे एम्स अस्पताल प्रबंधन को फोन किया।
शिवराज की हो रही सराहना
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि बच्चे का इलाज बिना देरी और बिना रुकावट के होना चाहिए। जो भी खर्च हो, व्यवस्था हम करेंगे। चिंता मत करो, मामा है न। उनकी यह बात सुनते ही वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें भर आईं। किसी ने यह सोचा भी नहीं था कि एक मंत्री, जो अब दिल्ली में हैं, आज भी गांव के आम आदमी के लिए इस तरह सीधे मदद का हाथ बढ़ा सकते हैं। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी लोग शिवराज सिंह की सराहना कर रहे हैं। कई यूजर्स ने लिखा ऐसे नेताओं की जरूरत है जो पीड़ित की आंखें पढ़कर मदद कर सकें। तालपुरा गांव में भी लोग कहने लगे नेता तो बहुत देखे, लेकिन मामा जैसा कोई नहीं।