24.2 C
Bhopal
- Advertisement -spot_img

SHOWING RESULTS FOR:

इस तराजू के नीचे कहां की जमीन है मजबूत?

निहितार्थ: देश का हिन्दू (Hindu) या कहे बहुसंख्यक समाज अजीब दोराहे पर है। वह राजनीति की तराजू (scales of politics) पर दो पलड़ों में कभी...

बीरबलों की अपनी-अपनी खिचड़ी

निहितार्थ : पराजय को कुतर्क का चोला पहनाकर ढंकने की कोशिश करना पुराना चलन है। कहते हैं कि अकबर ने कड़ाके की सर्दी में...

जितना खाया मीठा था, जो हाथ न आया खट्टा है

निहितार्थ: कोई भी संगठन या समूह अपने बीच डरपोक लोगों को पसंद नहीं करता है। इसलिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi)...

कमलनाथ को लेकर यह शिगूफेबाजी

निहितार्थ: वैसे तो आज वाली कांग्रेस (Congress) में कुछ भी हो सकता है। यदि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को एक बार फिर पार्टी की...

ये प्रायोजित गुस्सा और आयातित विरोध

हद से हद साढ़े तीन राज्यों तक सिमटे, लेकिन 'राष्ट्रव्यापी' ((Nationwide) ) बताये जा रहे किसान आंदोलन (Farmers Agitation in India) को सात महीने...

मोदी के लिए अब देश के मन की बात सुनने का समय

आज की पीढ़ी कई दर्दनाक कौतुहलों से मुक्त हो चुकी है। प्लेग, हैजा और चेचक से हुई अनगिनत मौतें अब अतीत का विषय बन...

फिर गलती कर रही कांग्रेस

लक्ष्मी के दरवाजा खटखटाने पर मुंह धोने चले जाने का ये एकदम ताजा उदाहरण कहा जा सकता है। सोमवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC)...

अब सड़ते हिस्सों को काट फेंकें सच्चे कांग्रेसी

तो पांच राज्यों के चुनाव परिणाम (Election result) सामने गए हैं। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में चुनाव को हाईप पर पहुंचाने के बाद BJP...

दिग्विजय की एक और चूक

दिग्विजय सिंह फिर चूक कर गए। शायद ऐसा करना उनकी आदत में शामिल हो गया है। या फिर यह शायद किसी मंसूबे का हिस्सा...

मोदी का यह नेहरू प्रेम…?

मैं चित्रकार नहीं हूं। कभी कूची थामी नहीं है। लेकिन पत्रकार तो हूं, लिहाजा कल्पना में तो शब्दचित्र रचा ही जा सकती है। शुक्रवार...

Latest news

- Advertisement -spot_img