नई दिल्ली। बिहार का यह चुनावी साल है। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है राजनीतिक दल एक-दूसरे पर जुबानी हमले भी बोलना तेज कर दिया है। इसी कड़ी में राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निशाना साधते हुए उन्हें पकौड़ा सीएम कह दिया है। तेजस्वी ने नीतीश पर यह जुबानी हमला भारत रत्न कपूर्री ठाकुर की जयंती पर सीतामढ़ी जिले में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बोला। तेजस्वी द्वारा नीतीश कुमार पर किए गए हमले पर जेडीयू ने भी पलटवार किया। जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने तेजस्वी के बयान पर कहा है कि इनके पास कोई मुद्दा नहीं है।
तेजस्वी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार आज मौन हैं। वे (नीतीश कुमार) पकड़ौआ मुख्यमंत्री बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सिर्फ देह है, चेहरा है लेकिन चला कोई और रहा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार हमारे बुजुर्ग हैं, हम पूरा सम्मान करते हैं लेकिन वह अब थक चुके हैं। मुख्यमंत्री के योग्य नहीं रह गए हैं। नीतीश कुमार अब बीजेपी की कठपुतली बनकर रह गए हैं।
कर्पूरी ठाकुर ने लालू की गोद में ली अंतिम सांस
उन्होंने सीएम पर तंज करते हुए कहा कि नीतीश कुमार, मोदी जी की थाली खींचते थे और आज पैर पकड़ गिड़गिड़ा रहे हैं। इनके पास बिहार को आगे बढ़ाने के लिए कोई रोडमैप नहीं है। तेजस्वी यादव ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने अंतिम सांस लालू यादव की गोद में ली थी। जो लोग आरक्षण देने के लिए कपूर्री ठाकुर को गालियां देते थे,उन्हें भारत रत्न देना पड़ा। उन्होंने आगे ये भी कहा कि जो लोग आज लालू यादव को गाली दे रहे हैं, वही भविष्य में उन्हें भारत रत्न देंगे। कपूर्री ठाकुर और लालू यादव की वजह से आज गरीब अपने हक की लड़ाई लड़ सकता है।
जेडीयू का पलटवार
तेजस्वी यादव की लालू यादव को भारत रत्न दिए जाने वाली बात पर जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने पलटवार किया है। नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े नकई मामलों में दोषी करार दिया जा चुका है, सजा सुनाई जा चुकी है। रेल मंत्री रहते होटल के लिए जमीन, नौकरियों के बदले जमीन के मामलों में भी लालू यादव का नाम आ चुका है। उन्होंने कहा कि अगर भ्रष्टाचार और जेल की सजा काटने के लिए कोई पुरस्कार होता तो लालू यादव को उसके लिए निश्चित रूप से प्रयास करना चाहिए।
वहीं जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने तेजस्वी पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास सीएम के खिलाफ बोलने के लिए कुछ है नहीं। इसलिए वो अब पर्सनल अटैक कर रहे हैं। उन्होंने लालू यादव को भार रत्न की मांग पर कहा कि यह सम्मान अनुकरणीय लोगों को दिया जाता है। लालू जी किस तरह से अनुकरणीय हैं, यह सम्मान देने वाली कमेटी देखेगी। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के साथ लालू की तुलना ही नहीं हो सकती। नीतीश कुमार छह साल केंद्र में रहे, 20 साल से मुख्यमंत्री हैं लेकिन एक भी दाग नहीं है।