भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को भोपाल के दौरे पर पहुंचे। वह कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान की शुरूआत करने राजधानी के दौरे पर आए। कार्यक्रम में शामिल होने से पहले राहुल ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अपने दादी इंदिरा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। पर वे जब अपनी दादी को पुष्पांजलि अर्पित कर रहे थे तो जूते पहने हुए थे। यही नहीं उनके साथ वहां मौजूद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी जूते पहनकर इंदिरा को श्रद्धांजलि दी। जिसकों लेकर राहुल भाजपा के निशाने पर आए गए हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंत्री विश्वास सारंग समेत तमाम नेताओं ने राहुल पर जोरदार हमला बोला है।
सीएम डॉ. यादव ने कहा किइंदिरा गांधी उनकी दादी थीं, उनकी तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि देना हमारे संस्कारों के खिलाफ है। उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि भाजपा ने अपने कार्य, संस्कार और सेवा भाव के कारण जनता का दिल जीता है, यही कारण है कि मध्य प्रदेश भाजपा का गढ़ बना हुआ है और भारतीय जनता पार्टी लगातार आगे बढ़ रही हैं।
राहुल में भारतीय नही इटली की संस्कृति: सारंग
वहीं, इसको लेकर मंत्री विश्वास सारंग ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी ने इंदिरा जी का अपमान किया है। यह इटली की संस्कृति हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पोलिटिकल टूरिज्म पर भोपाल आए हैं। संगठन सृजन की बात करने वाले राहुल गांधी ने अपनी ही दादी का अपमान कर दिया। भारतीय परंपरा में हम किसी भी महापुरुष को पुष्पांजलि अर्पित करते समय जूते नहीं पहनते। राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि नहीं दी, बल्कि फूल फेंके। यह भारतीय नहीं, इटली की संस्कृति है। लगता है राहुल अभी तक भारत के संस्कार सीख नहीं पाए। भोपाल छोड़ने से पहले उन्हें इस पूरे मामले पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
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बता दें कि कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी की तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि अर्पित की। इतना ही नहीं तराहुल गांधी के साथ मौजूद कांग्रेस नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी जूते नहीं उतारे। दोनों नेताओं ने कांग्रेस दफ्तर के बाहर रखी इंदिरा गांधी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए और आगे बढ़ गए। हालांकि जीतू पटवारी और केसी वेणुगोपाल जैसे अन्य वरिष्ठ नेताओं ने परंपरा का पालन करते हुए जूते उतारकर श्रद्धांजलि दी।