खजुराहो/छतरपुर। बुंदेलखंड के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम में बालाजी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर की नींव रखी। पीएम ने 218 करोड़ में बनने वाले 100 बेड की व्यवस्था वाले कैंसर अस्पताल का भूमिपूजन किया। छतरपुर के गढ़ा गांव के बागेश्वर धाम में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र शास्त्री भी मौजूद थे। इस दौरान धीरेन्द्र शास्त्री ने घोषणा की कि अस्पताल में एक वार्ड पीएम मोदी की स्व. माता हीराबेन के नाम से बनाया जाएगा। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने विपक्ष पर भी जमकर हमला बोला। खासकर कांंग्रेस पर।
पीएम मोदी बागेश्वर धाम में कहा- नेताओं का एक दल ऐसा है, जो धर्म का मखौल उड़ाता है। ये हमारे पर्व और परंपराओं को गाली देते रहते हैं। हिंदू आस्था से नफरत करने वाले ये लोग सदियों से किसी न किसी भेष में रहते रहे हैं। ये हमारी मान्यताओं, संस्कृति और मंदिरों पर हमला करते रहते हैं। विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देती हैं। ये लोग हमारे पर्व, परंपराओं को गाली देते हैं। जो धर्म जो संस्कृति स्वभाव से प्रगितशील हैं, उस पर ये कीचड़ उछालते हैं। हमारे समाज को बांटना, उसको तोड़ना इनका एजेंडा है। इस माहौल में मेरे छोटे भाई धीरेंद्र शास्त्री काफी समय से एकता के मंत्र को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। अब उन्होंने समाज और मानवता के हित में एक और संकल्प लिया है। इस कैंसर अस्पताल के निर्माण की ठानी है।
हमारे मंदिर सामाजिक चेतना के भी केन्द्र रहें
हमारे मंदिर एक ओर पूजा के केंद्र रहे हैं तो दूसरी ओर सामाजिक चेतना के भी केंद्र रहे हैं। हमारे ऋषियों ने हमें आयुर्वेद और योग का वो विज्ञान दिया, जिसका परचम आज पूरी दुनिया में लहरा रहा है।हमारी तो मान्यता ही है कि परहित सरिस धर्म नहीं भाई। आजकल हम देख रहे हैं, महाकुंभ की हर तरफ चर्चा हो रही है। महाकुंभ अब पूर्णता की ओर है। अब तक करोड़ों लोग वहां पहुंच चुके हैं। करोड़ों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने निकाली धीरेंद्र शास्त्री के ब्याह की पर्ची
प्रधानमंत्री मोदी ने आज बागेश्वर धाम में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की माता जी की पर्ची निकाली और उनसे कहा कि आपके मन में धीरेंद्र शास्त्री के ब्याह की बात चल रही है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज मैं हनुमान दादा के चरणों में आया तो मुझे लगा क्या ये धीरेंद्र शास्त्री अकेले ही पर्ची निकालेंगे या मैं निकाल पाऊंगा। मैंने देखा कि आज हनुमान दादा की मुझ पर कृपा होती है या नहीं होती है, तो हनुमान दादा जी ने मुझे आशीर्वाद दिया और मैंने आज पहली पर्ची निकाली, उनकी माता जी की पर्ची निकाली। जिसकी बात शास्त्री जी ने बता दी।
यह बोले थे धीरेन्द्र शास्त्री
दरअसल, इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री से कहा था कि हमारे ब्याह में भले ही आप न आ पाए, लेकिन अस्पताल के उद्घाटन में जरूर आइएगा। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि माननीय प्रधानमंत्री जी जब हमारी माता जी से मिल रहे थे, तो तो कह रहे थे कि माता जी हम तुम्हारी पर्ची खोल रहे। माता जी से कह रहे थे कि अब तुम्हारे मन में चल रहा है कि ब्याह हो जाए। उस वक्त हम नहीं कह पाए कि हमारी बारात में भले ही न आए… धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमने माता जी के प्रति प्रधानमंत्री मोदी जी का भाव देखा तो प्रण लिया कि माननीय प्रधानमंत्री जी की माता जी के नाम से इस अस्पताल में एक वार्ड बनाया जाएगा।
बुंदेलखंड को समृद्ध बनाने महिलाएं भी बनें सशक्त
पीएम ने कहा कि बुंदेलखंड समृद्ध बने, इसके लिए जरूरी है महिलाएं भी उतनी ही सशक्त बनें। इसलिए हमने कई योजनाएं शुरू की हैं। हम तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। बहनों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है, यहां सिंचाई का पानी पहुंचेगा। बहनें ड्रोन से फसलों पर छिड़काव करेंगी। वो इससे खेती में मदद करेंगी। तो हमारा बुंदेलखंड समृद्धी की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा।
बुंदेलखंड समृद्धि के हम दिनरात कर रहे मेहनत
गांव में ड्रोन तकनीक से एक और बड़ा जरूरी काम हो रहा है। स्वामित्व योजना के तहत ड्रोन से जमीन का पैमाइश कराई जा रही है। उसके पुख्ता कागज तैयार किए जा रहे हैं। एमपी में इसे लेकर बहुत अच्छा काम हुआ। अब इन कागजों पर बैंक से आसानी से लोन ले रहे हैं। ये लोन रोजगार-धंधे में काम आ रहा है। लोगों की आय बढ़ रही है। बुंदेलखंड की इस महान की धरती को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए डबल इंजिन की सरकार दिनरात मेहनत कर रही है। मैं बागेश्वर धाम में कामना करता हूं, बुंदेलखंड समृद्धि और विकास की राह पर इसी तरह आगे बढ़ता रहे।
कैंसर से सुरक्षा के लिए सावधान और जागरूक होना पड़ेगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि कैंसर से सुरक्षा के लिए आपको भी सावधान और जागरूक होना पड़ेगा। ये छुआछूत की बीमारी नहीं है। कैंसर का खतरा बीड़ी, सिगरेट, गुटखा और तंबाकू से बढ़ता है। इसलिए कैंसर फैलाने वाले इन सब नशे से आपको दूर रहना है और दूसरों को भी दूर रखना है। मैं आशा करता हूं कि अगर हम सावधानी रखेंगे तो बागेश्वर धाम के इस अस्पताल पर बोझ नहीं बनेंगे यानी यहां आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक बार कैंसर फैल गया तो ठीक करना मुश्किल हो जाता है। हम 30 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए अभियान चला रहे हैं। थोड़ी सी भी शंका हो तो जांच करानी है। कैंसर किसी को छूने से नहीं होता है। ये छुआछूत की बीमारी नहीं है। कैंसर का खतरा, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तंबाकू और मसाले से बढ़ता है। इसलिए कैंसर फैलाने वाले इन सब नशे से आपको दूर रहा है। औरों को भी दूर रखना है। हम सावधानी रखेंगे तो बागेश्वर धाम के कैंसर अस्पताल पर बोझ नहीं बनेंगे। यहां आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कैंसर अब हर जगह बड़ी परेशानी बन रहा: मोदी
बागेश्वर धाम में कैंसर मरीजों के लिए इतना बड़ा अस्पताल खुलने जा रहा है, क्योंकि कैंसर अब हर जगह बड़ी परेशानी बन रहा है। इसलिए आज सरकार, समाज, संत सब कैंसर के खिलाफ लड़ाई में मिलकर प्रयास कर रहे हैं। गांव में अगर किसी को कैंसर हो जाए तो उससे लड़ना कितना मुश्किल होता है। बहुत दिनों तक पता ही नहीं चलता कि कैंसर हुआ है। बुखार और दर्द की दवाई लोग लेते रहते हैं। लोग तांत्रिक के पास चले जाते हैं। जब गांठ दिखती है तब पता चलता है कि कैंसर हुआ है। पता चलते ही घर में मातम छा जाता है। सारे सपने चूर-चूर हो जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘इस साल के बजट में कैंसर से लड़ने के लिए कई घोषणाएं की गई हैं, और मोदी ने फैसला किया है कि कैंसर की दवाइयां सस्ती की जाएंगी। अगले 3 सालों में देश के हर जिले में कैंसर डे केयर सेंटर खोले जाएंगे…’
मैंने संकल्प लिया- मैं इलाज का खर्च कम करूंगा
मैं आपकी सबकी तरह गरीब परिवार से निकला हूं। मैंने तकलीफों को देखा है, इसलिए संकल्प लिया कि मैं इलाज का खर्च कम करूंगा और आपकी जेब में ज्यादा से ज्यादा पैसा बचाऊंगा। पांच लाख तक का इलाज बिना किसी खर्च के किसी बेटे को अपने माता-पिता का नहीं करवाना है। दिल्ली में आपका बेटा बैठा है। इसके लिए आपको आयुष्मान कार्ड बनवाना है। जिनका नहीं बना है वो जल्दी बनवा लें। दवाओं का खर्च कम करने के लिए 14 हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले हैं। जो दवाई बाजार में 100 रुपए में मिलती है, जन औषधि केंद्र में वहीं दवाई 15-20 रुपए में मिलती है। बहुत बार खबरें आती है, गांव-गांव किडनी की बीमारी काफी फैल रही है। लगातार डायलिसिस करानी पड़ती है। दूर-दूर जाना पड़ता है। खर्च बहुत बढ़ता है। आपकी ये मुसीबत कम हो इसलिए हमने 700 से ज्यादा जिलों में 1500 से ज्यादा डायलिसिस केंद्र खोले हैं। यहां मुफ्त सुविधा उपलब्ध है।