नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 में धमाल मचाने वाली भारत की बेटी और शीर्ष पिस्टल निशानेबाज मनु भाकर से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल पेरिस में दो मेडल जीतने वाली मनु का नाम इस साल खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामित खिलाड़ियों की सूची में शामिल नहीं किया गया है। इसको लेकर अब विवाद भी खड़ा हो गया है। हालांकि केन्द्र सरकार ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है कि यह सूची अभी फाइनल नहीं हैं। इस मामले को लेकर मनु भाकर का परिवार भी भड़क उठा है। उनके पिता ने यहां तक कह दिया है कि बेटी के साथ साजिश हुई है। यहीं नहीं उन्होंने खेलरत्न का अंतिम फैसला देश की जनता पर छोड़ दिया है।
बता दें कि मनु भाकर ने 2024 पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बनीं। इसके साथ ही मनु ने इतिहास रचते हुए सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में एक और कांस्य पदक जीता। मनु भाकर की उपेक्षा किए जाने की खबरों के बीच खेल मंत्रालय से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि अभी नाम तय नहीं हुए हैं और एक सप्ताह में पुरस्कारों का खुलासा होने पर उसका नाम सूची में होगा।
30 खिलाड़ियों को अवार्ड देने की गई है सिफारिश
बता दें कि समिति ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालम्पिक में ऊंची कूद टी64 वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाले पैरा एथलीट प्रवीण कुमार के नामों की सिफारिश खेलरत्न के लिए की है। इनके अलावा 30 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार देने की भी सिफारिश की गई है। मनु के पिता राम किशन ने कहा, ‘उन्हें लगता है कि वह इसके लायक हैं। लेकिन वह चाहती हैं कि देश इसका फैसला करे।’ खेल मंत्रालय ने कहा है कि 22 वर्षीय निशानेबाज ने खेल रत्न के लिए आवेदन नहीं किया था, लेकिन उनके परिवार का बयान इससे अलग है।
पिता का आरोप- सभी 49 आवेदन कर दिए खारिज
मनु के पिता राम किशन ने टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट से कहा, ‘वह पिछले चार साल से पद्म श्री जैसे विभिन्न पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही हैं। तो वह इस साल आवेदन क्यों नहीं करेंगी?’ राम किशन के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में मनु ने 49 नकद पुरस्कार आवेदन जमा किए थे, जिनकी वह हकदार थीं। हालांकि, सभी 49 आवेदनों को खारिज कर दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘इतने शानदार प्रदर्शन के बावजूद अगर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए मनु का नाम नहीं सुझाया जाता तो फिर मुझे लगता है कि समिति में सब कुछ सही नहीं है या किसी आदेश का पालन किया जा रहा है। अगर हमें भारत को खेलों का केंद्र बनाना है तो फिर भी ओलंपिक पदक विजेताओं और ओलंपियनों को सम्मान देना चाहिए और उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए न कि उन्हें इस तरह के फैसलों से हतोत्साहित करना चाहिए।’
मनु की अन्य उपलब्धियां
उनकी उपलब्धियां ओलंपिक पोडियम तक ही सीमित नहीं हैं। भाकर राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था और उन खेलों का रिकॉर्ड भी बनाया था। साथ ही 2022 एशियाई खेलों में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल टीम स्पर्धा में जीत हासिल की थी।