श्योपुर। श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में अब चीतों के कुनबे में और इजाफा होगा। दरअसल दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाई गई मादा चीता गामिनी और उसके चार शावकों को विचरण करने के लिए खुले जंगल में छोड़ दिया गया है। इन पांच चीतों के बाद जंगल में स्वतंत्र रूप से विचरण करने वाले चीतों की संख्या 17 हो गई है। हालांकि 9 चीते अभी खुले जंगल में घूमने का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि अब कूनो नेशनल पार्क में कुल 26 चीते हो गए हैं, जिनमें 14 शावक भारतीय धरती पर जन्मे हैं।
गामिनी और उसके चार शावकों को जंगल में छोड़े जाने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि आज का दिन वन विभाग के लिए, खास तौर पर चीता प्रोजेक्ट के लिए उल्लेखनीय दिन है। आज गामिनी और उसके शावकों को जंगल की मूल भावना के अनुसार उनके बाड़े से बाहर निकाला जाएगा और वे मध्य प्रदेश की धरती पर स्वतंत्र रूप से विचरण करेंगे. सीएम ने कहा कि क्षेत्र में चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ रहा है। इससे पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा, रोजगार के अवसर सृजित होंगे और चंबल क्षेत्र की अर्थव्यवस्था समग्र रूप से सशक्त होगी।
खाजुरी वन क्षेत्र में छोड़ा गया गामिनी और उसके शावकों को
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्तम कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि गामिनी और उसके 12 माह के चार शावकों (दो नर और दो मादा) को श्योपुर जिले के खाजुरी वन क्षेत्र में छोड़ा गया है। यह क्षेत्र अहेरा टूरिज्म जोन का हिस्सा है, जिससे अब पर्यटकों को जंगल सफारी के दौरान चीतों को देखने का मौका मिल सकता है। ज्ञात हो कि गामिनी ने 10 मार्च 2024 को अपने पहले लिटर में छह शावकों को जन्म दिया था, लेकिन बाद में दो शावकों की मृत्यु हो गई थी।