नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पड़ोसी देश पाकिस्तान की कमर तोड़ने फैसले लिए हैं। इन फैसलों से उसकी अर्थव्यवस्था को भी करारी चोट पहुंचेगी। भारत सरकार द्वारा लिए गए फैसलों से बौखलाए पाकिस्तान के लिए एक और बुरी खबर अमेरिका से आ गई है। जो उसे सदमे में डालने वाली है। यही नहीं, पाकिस्तान को खाने के भी लाले पड़ सकते हैं। दरअसल अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को गहरी चोट पहुंचेगी। इतना ही नहीं वह इसकी मार को झेल भी नहीं पाएगा। वहीं वार से भारत की अर्थव्यवस्था में बड़ी रुकावट की संभावना नहीं है।
अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज की ओर से यह खबर ऐसे वक्त में आई है, जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर बना हुआ है और युद्ध की संभावना भी दिखाई दे रही है। बता दें कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था रसातल की ओर जा रही है। महंगाई दर 30 फीसदी के करीब पहुंच चुका है। पाकिस्तान भारी कर्ज तले दबा हुआ है, जिसपर 21.15 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। इसकी इकोनॉमी ग्रोथ 2 फीसदी का रहने का अनुमान है, लेकिन वॉर की आशंका से ये और भी कम हो जाएगा। वहीं भारत के सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करने के बाद यह और भी गिर सकता है। यानी कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था रसातल की ओर जा रही है। ऐसे में अमेरिकी रेटिंग एजेंसी की तरफ से पाकिस्तान के लिए बुरी खबर आई है।
भारत के राजकोष में आ सकती है थोड़ी कमी
अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत को लेकर कहा कि लंबे समय तक संघर्ष के कारण डिफेंस खर्च में इजाफा हो सकता है और राजकोष में थोड़ी कमी आ सकती है, लेकिन नजरिया स्थिर बना हुआ है। मजबूत पब्लिक सेक्टर निवेश और खपत भारत के डेवलप को सपोर्ट देना जारी रखे हुए हैं। इसके विपरीत, मूडीज ने कहा कि पाकिस्तान के लिए ये कहीं ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। मूडीज ने कहा कि भारत के साथ तनाव में लगातार वृद्धि से पाकिस्तान की विकास पर असर पड़ेगा और सरकार के चालू राजकोषीय समेकन में बाधा आएगी, जिससे पाकिस्तान की व्यापक आर्थिक स्थिरता हासिल करने की प्रगति प्रभावित होगी। रेटिंग एजेंसी के विश्लेषकों ने एक नोट में कहा कि तुलनात्मक रूप से, भारत में ज्यादा आर्थिक स्थितिया स्थिर रहेंगी, जो मजबूत सार्वजनिक निवेश और हेल्थ प्राइवेट कंज्यूमर के बीच धीमी, लेकिन अभी भी हाई लेवल की ग्रोथ से मजबूत होंगी।
भारत को नहीं होगी कोई दिक्कत
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यवस्था में 6.5% की वृद्धि होने का अनुमान है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.4% पर सीमित रखने का लक्ष्य रखा है। इसका लक्ष्य वित्त वर्ष 25 में अपने कर्ज-से-जीडीपी अनुपात को 57.1% से घटाकर वित्त वर्ष 31 तक 50% करना है। मूडीज ने वर्तमान में भारत को स्थिर नजरिए के साथ बीएए3 रेटिंग दी है, जबकि पाकिस्तान सीएए 2 रेटिंग के साथ बहुत ही खराब स्थिति में बना हुआ है, अगर उसका नजरिए सकारात्मक है।
भारत ने पाकिस्तान पर तुरंत लिया था ये एक्शन
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर में पर्यटकों पर आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं, जिसमें 26 बेगुनाहों की जान चली गई थी। इसके बाद से ही पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ा है। भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित किया है। साथ ही एयरस्पेस बंद करने, हिंदुस्तान में रह रहे पाकिस्तानियों का वीजा रद्द करने और आयात पर पूरी तरह रोक लगाने जैसे कई अहम फैसले लिए हैं। वहीं पाकिस्तान को डर है कि भारत इसके अलावा, सैन्य बल का प्रयोग कर सकता है।