रीवा। हाल ही में हुए दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भाजपा की बनने वाली सरकार में कपिल मिश्रा को मंत्री बनाया गया है। दिल्ली सरकार में मंत्री बनाए गए कपिल मिश्रा का रीवा से गहरा नाता है। भले ही उनका जन्म दिल्ली में ही हुआ हो परंतु उनके पिता का निवास स्थान रीवा जिले के बैकुण्ठपुर थाना क्षेत्र के पटेहरा गांव का बताया गया है।
कपिल मिश्रा के पिता रामेश्वर मिश्रा वर्ष 1976-77 के दौरान रीवा में ही पत्रकारिता करते थे। इस दौरान उनकी शादी भी रीवा शहर में ही अन्नपूर्णा के साथ हुई थी। बताया जाता है कि शादी के कुछ दिनों बाद ही वह रीवा छोड़कर दिल्ली जाकर बस गए थे। हालांकि उनका अपने गांव पटेहरा से नाता बना रहा। इस दौरान दिल्ली की राजनीति में उनकी पत्नी अन्नपूर्णा सक्रिय रहीं और वह दिल्ली की डिप्टी मेयर भी बनीं। वर्ष 1980 में रामेश्वर मिश्रा को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई, जिन्हें कपिल मिश्रा के नाम से जाना जाता है। कपिल की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा दिल्ली में ही हुई है। दिल्ली युनिवर्सिटी के अम्बेडकर कॉलेज से उन्होंने बीए करने के बाद सोशल वर्क में एमए की पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान वह सामाजिक आंदोलनों से जुड़ गए थे।
पटेहरा में जन्मे थे कपिल के पिता
दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा के पिता रामेश्वर मिश्रा ‘पंकज’ का जन्म रीवा जिले के छोटे से गांव पटेहरा में हुआ था। इसके बाद वे रीवा से प्रकाशित होने वाले दो अखबारों में काम भी किए। बताया गया है कि वे अच्छे साहित्यकार एवं कवि भी थे। काफी दिनों तक विंध्य में अपनी कलम चमकाने के बाद उन्होंने देश की राजधानी की ओर रुख किया और दिल्ली में राष्टÑीय स्तर के समाचार पत्रों तथा स्तंभकारों के साथ मिलकर पत्रकारिता में अपनी सेवा देते रहे। सामाजिक कार्यों में सक्रियता तथा पत्नी अन्नपूर्णा के महिलाओं के साथ मिलकर अन्याय, अत्याचार के खिलाफ उठाई जा रही आवाज तथा बढ़ती प्रसिद्धि ने उन्हें दिल्ली की डिप्टी मेयर होने का मौका दिलाया। घर में राजनैतिक माहौल ने ही कपिल को न केवल धारा प्रवाह भाषण का पाठ पढ़ाया बल्कि वे शिक्षा के साथ-साथ कॉलेज स्तर में सहपाठियों की मांगों को लेकर प्रबंधन से दो-चार होते रहे। यही वजह है कि उन्हें छात्र राजनीति में भी महत्व मिलने लगा। पटेहरा में निवास कर रहे परिवारजनों का कहना है कि लम्बे समय से उनका अपने गृह क्षेत्र से संबंध न के बराबर हो गया था। यही वजह है कि पिछले चार दशकों से रामेश्वर, उनकी पत्नी अन्नपूर्णा का गांव आना-जाना पूरी तरह से समाप्त हो चुुका था।
आप से शुरू हुआ राजनीतिक सफर
दिल्ली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए कपिल मिश्रा के राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत आम आदमी पार्टी से हुई। वर्ष 2015 में करावल नगर विधानसभा से वह विधायक चुने गए और उन्हें जल संसाधन मंत्री बनाया गया था। हालांकि बाद में उनके द्वारा पार्टी नेतृत्व पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने से उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2019 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली और पार्टी के विभिन्न अभियानों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। 2023 में उनके कार्यों को देखते हुए पार्टी ने उन्हें दिल्ली भाजपा का उपाध्यक्ष नियुक्त कर दिया। वर्ष 2025 में भाजपा ने विधानसभा का टिकट दिया और वे 44 हजार से ज्यादा मतों से जीत हासिल की। हाल ही में उन्हें भाजपा दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।